लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग हुई. इसके साथ ही चार राज्यों के विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान हुआ. चुनाव आयोग के मुताबिक कुछ जगह को छोड़ दे तो मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. लेकिन ओडिशा के छह ऐसे बूथ थे जहां पर पोलिंग बूथ तो तैयार था, मतदान कराने के लिए कर्मचारी भी मौजूद थे. लेकिन वहां पर एक भी लोग वोट डालने नहीं पहुंचे. निर्वाचन आयोग के मुताबिक मल्कानगिरी जिले के चित्रकोंडा में छह बूथों पर लोग मतदान करने नहीं आए. नक्सलियों के डर की वजह से लोग मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने नहीं पहुंचे.
Chief Electoral Officer, Odisha: In 6 booths of Chitrakonda in Malkangiri district there has been no voting due to threat by naxals. #IndiaElections2019
— ANI (@ANI) April 11, 2019
वहीं ओडिशा के कालाहांडी जिले के भेजीपदर गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया. उनका आरोप था कि गांव में सड़क नहीं है. 2017 से प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन काम नहीं हुआ.
Odisha: Residents of Bhejipadar village in Kalahandi district boycotted the first phase of #IndiaElections2019 today alleging that they are still awaiting a proper road connectivity to their village despite complaining to the administration since 2017. pic.twitter.com/mAJXLw03k5
— ANI (@ANI) April 11, 2019
वहीं, लोकतंत्र के इस महापर्व में काफी उत्साह भी देखने को मिला. अलग-अलग शहरों से कई तस्वीरें सामने आई जहां जवान और बुजुर्ग वोट डालने पहुंचे. आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिला के काकीनाडा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए एक शख्स अपने बुजुर्ग पिता को गोद में उठाकर मतदान केंद्र पहुंचा.
Kakinada, East Godavari district, Andhra Pradesh: Man carries his elderly father in his arms to the polling station in the area to let him cast his vote for the state assembly elections and #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/pCe75wfZ1U
— ANI (@ANI) April 11, 2019
वेस्ट बंगाल के कूचबिहार में बुजुर्ग महिलाएं वोट डालने पोलिंग बूथ पहुंची.