मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को लुभाने के लिए बिजनौर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी तथा बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दकी के समर्थन में पूर्व विधायक मौलाना जमील के घर पर दी गई 'बिरयानी पार्टी' में कार्यकर्ताओं के दो गुटों ने एक-दूसरे का जमकर 'कीमा' काटा. बगैर अनुमति चुनावी सभा के बाद बिरयानी परोसने और हंगामे व मारपीट के सिलसिले में मामला दर्ज कर पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है मौलाना जमील गत सप्ताह ही बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के ककरौली के टंढेड़ा गांव में शनिवार को जमील के घर पर चुनावी सभा का आयोजन किया गया था. कांग्रेस प्रत्याशी नसीमुद्दीन सिद्दकी ने सभा को संबोधित किया. सभा के बाद कार्यकर्ताओं के लिए बिरयानी की व्यवस्था थी. हालांकि पहले बिरयानी खाने की होड़ में मामूली मुंहाचाही से शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हाथापाई और फिर लाठी-डंडों से मार-पिटाई में बदल गया. इस फेर में भगदड़ भी मच गई. पुलिस को सूचना दी गई.
कार्यकर्ताओं के दोनों गुटों में संघर्ष इस कदर बढ़ा कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और काफी देर और मुश्किलों के बाद स्थिति नियंत्रण में आ सकी. पुलिस ने बगैर अनुमति बिरयानी पार्टी रखने के आरोप में पूर्व विधायक जमील और उनके बेटे समेत लगभग तीन दर्जन लोगों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन और मतदाताओं को प्रलोभन देने का मामला दर्ज कर नौ लोगों को हिरासत में ले लिया है. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल तैनात है.
Source : News Nation Bureau