बालाकोट एयरस्ट्राइक के जवाब में भारतीय वायु सीमा पार कर भारतीय सीमा में प्रवेश जैसे दुस्साहस की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी. हालांकि पाकिस्तान को उसके इस दुस्साहस का जवाब देने के फेर में हमारा एक वीर जांबाज पायलट अभिमन्यू भी उसकी कैद में आ गया था. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर क्या बीती और उन्होंने अभिनंदन की सुरक्षित रिहाई के लिए क्या कदम उठाए, इस पर भी न्यूज नेशन ने बात की.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह उस वक्त विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में थे, जब उन्हें पाकिस्तानी विमानों के भारतीय वायु सीमा में प्रवेश की सूचना मिली. उन्होंने बताया कि ऐसा संदेश मिलने के बाद भी मैंने कार्यक्रम पूरा निपटाया. सुरक्षा प्रतिष्ठान पाकिस्तान की ओर से ऐसी किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार था. ऐसे में जरूरत यह जानने की थी कि क्या और कितना हुआ है. मुझे बताया गया कि हमारा एक विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और एक पायलट पाकिस्तान के कब्जे में है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान भी हड़बड़ाया हुआ था. इसी हड़बड़ी में वह भय की वजह से झूठ बोल गया. उसने कह दिया कि दो विमान मार गिराए गए हैं. दो पायलट मारे गए हैं और एक को बंदी बना लिया गया है. यह कुल जमा सच था लेकिन पाकिस्तान हड़बड़ी में पूरा सच बता नहीं सका. पाकिस्तान का एक एफ-16 मार गिराया गया था, जिसमें उसके दोनों पायलट मारे गए थे. एफ-16 को मार गिराने वाला भारतीय मिग भी गिर गया था और उसमें बैठा हमारा पायलट उनके कब्जे में था. यह जानकारी हमारे पास थी.
अभिनंदन की सुरक्षित रिहाई के लिए पीएम मोदी ने एक माइंड गेम खेला था. इसका खुलासा करते हुए उन्होंने न्यूज नेशन को बताया कि मैंने विदेश सचिव से एक प्रेस वार्ता आयोजित करने को कहा. साथ ही कहा कि सार्वजिनक तौर पर पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान को साफ-साफ कह दिया जाए कि अगर अभिनंदन को एक खरोंच भी आई, तो फिर बात बिगड़ जाएगी. सार्वजनिक तौर पर इस चेतावनी के अपेक्षित परिणाम सामने आ गए.
Source : News Nation Bureau