बेहद सख्त और वन मैन आर्मी करार दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी जीवन में एक साधारण इंसान की तरह है. उन्हें खाना पकाना आता है, तो खाना भी. फोटोग्राफी में रुचि रखने वाले पीएम नरेंद्र मोदी डिजिटल कैमरे के इस्तेमाल में सिद्धहस्त हैं. वह मानते हैं कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की वजह से खाने में उनकी दिलचस्पी हुई. फैशन को सुविधा का पर्याय मानने वाले मोदी के बारे में जानते हैं कुछ ऐसी ही अनकही बातों के बारे में.
गैजेट फ्रीक
तकनीक के प्रति मेरी रुचि थी. 1987 में मैंने डिजिटल कैमरा का उपयोग किया था. मैंने आडवाणी जी की रैली की फोटो दिल्ली भेजी थी और दूसरे दिन कलर फोटो छपी थी. आडवाणी जी को हैरानी थी कि कलर फोटो कैसे छपी. गुजरात में मैंने एक संस्था को जन्म दिया था आई क्रिएट. इजरायल के साथ इस संस्था की पार्टनरशिप है.
आम है पसंद
मैं सफर में ज्यादातर खाना लेकर जाता हूं. मैं लिक्विड मूंग लेकर जाता हूं या गुजराती खाकड़ा खाता हूं. उसके अलावा मैं चाय पी लेता हूं. सुबह 5 बजे और शाम को 6 बजे चाय पीने की आदत है. तली-भुनी चीजें पसंद नहीं करता. अरुण जेटली के कारण मुझे खाने की वैरायटी के बारे में जानकारी हुई. संगठन में होने के दौरान अरुण जेटलीजी के साथ खाना खाने जाते थे. वे खाने के बहुत शौकीन हैं.
खिचड़ी बेहद प्रिय
गरीब परिवारों में खिचड़ी बनाना आम बात है. एक टाइम खाना तो खिचड़ी ही बनती है. हम भी खाना बनाना जानते हैं.
रोटी बनाना आता है
सब कुछ बना लेते हैं, रोटी भी बना लेता हूं. घर में मैं हमेशा मां को मदद करता था. जब घर छोड़ दिया तो खुद ही बनाना होता था.
पांच साल में किचन नहीं गए
प्रधानमंत्री पद की व्यस्तता के कारण हालांकि पांच साल में किचन में जाने का मौका नहीं मिला और न ही मेरा यह शौक है.
सेल्फी को लोकप्रिय बनाया
मैं कभी फोटोग्राफी करता था. अहमदाबाद में फोटो जर्नलिस्टों के क्लब में मैं प्रेजेंटेशन देता था. प्रकृति के फोटो करता था. आज मैंने हिमाचल में कैमरा लेकर खुद ही फोटोग्राफी की.
फैशन सुविधा है
मुझे कोई जानकारी नहीं है. मैं तो फैब्रिक के बारे में जानता तक नहीं. मैं हाफ स्लीव वाला कुर्ता पहनता हूं. मैं अपने कुर्ते की आस्तीन काटकर आधी कर दी. मैं सोचता था कि इतना फालतू मैं क्यों धोऊं.
Source : News Nation Bureau