प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस के साथ-साथ गुजरात के सूरत से भी चुनाव लड़ सकते हैं. इसके लिए राज्य बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता उनपर दबाव भी बना रहे हैं. गौरतलब है कि 2014 के आमचुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने वड़ोदरा के साथ-साथ वाराणसी संसदीय सीटों पर विजय प्राप्त की थी. बाद में उन्होंने वाराणसी सीट अपने पास रखी थी. अब 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भी वाराणसी से नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी घोषित की जा चुकी है.
इसके साथ ही गुजरात बीजेपी नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी पर दबाव बनाना शुरू किया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए वे सूरत से भी आगामी लोकसभा चुनाव लड़ लें. कुछ दिन पहले चर्चा थी कि प्रधानमंत्री मोदी ओड़िसा की पुरी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा की पुरी से दावेदारी घोषित कर इन कयासों को विराम दे दिया गया.
सूत्रों के मुताबिक गुजरात के स्थानीय नेताओं का कहना है कि सूरत से पीएम मोदी के लड़ने से कांग्रेस का काउंटर भी हो सकेगा. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को 99 सीटों पर रोक दिया था, जबकि अपने प्रदर्शन में 16 सीटों का सुधार करते हुए 77 सीटें हासिल की थी. इस कड़ी में भारतीय जनता पार्टी को सूरत से पार्टी उम्मीदवार की घोषणा करनी बाकी है. वड़ोदरा से रंजनबेन धनंजय भट्ट सांसद हैं. इस बार भी वह इसी सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं. गुजरात की सभी सीटों पर एक ही चरण में 23 अप्रैल को मतदान होना है.
Source : News Nation Bureau