प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में जनसभा को सम्बोधित किया. उन्होंने दिल्ली को दिलवालों और मेहनतकशों का शहर बताया. उन्होंने दिल्ली को नमस्कार किया. उन्होंने लोगों से कहा कि मैं आप लोगों के बीच से ही निकलकर यहां पहुंचा हूं, इसलिए बुलेटप्रूफ दीवारों में रहना न मेरा शौक है और न ही आदत. कहा कि अक्सर दिल्ली मेट्रो में सफर करते हुए जब लोगों से घिर जाता हूं, तो वो मेरे लिए बहुत यादगार पल होते हैं.
आपकी वजह से वीआईपी की लाल बत्ती उतरी - पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि आज वीआईपी वाली लाल बत्ती अगर नेताओं और अफसरों की उतरी है तो इसका कारण आप लोग हैं. आज पूरी सरकार आप लोगों के मोबाइल की पहुंच में आई है तो इसका कारण भी आप लोग हैं. भारत में चार अलग-अलग तरह की राजीतिक परम्पराएं रही हैं. पहला- नामपंथी, दूसरा- वामपंथी, तीसरा- दाम और दमन पंथी, चौथा- विकास पंथी. दिल्ली देश का इकलौता राज्य है जिसने पॉलीटिकल कल्चर का एक पांचवां मॉडल भी देखा. ये है नाकाम पंथी.
अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते हैं - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो दिल्ली के विकास से जुड़े हर काम को ना कहते हैं और जो काम करने की कोशिश भी करते हैं, उसमें नाकाम रहते हैं. इन नाकामपंथियों ने, भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़े आंदोलन को नाकाम किया है. देश के सामान्य मानवी की छवि को, आम आदमी की छवि को बदनाम किया है. करोड़ों युवाओं के विश्वास और भरोसे को चकनाचूर किया है.
जहां भाव फिक्स होता था वहां वकीलों का आना-जाना रहता- पीएम मोदी
आपके आशीर्वाद से हमने बीते पांच वर्ष में सत्ता के गलियारों में घूमते दलालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि जिन्होंने जनपथ को दलालों और बिचौलियों का पथ बना रखा था. जहां क्वात्रोची मामा बोफोर्स तोप की दलाली का भाव फिक्स करता था. जहां अगस्ता हेलिकॉप्टर वाले मिशेल मामा का पलक पावड़े बिछाकर स्वागत होता था. जहां भोपाल का विनाश करने वाले एंडरसन मामा को हवाई जहाज से भगाने की रणनीति बनती थी, अदालतों और जेल के डर से, वहां अब वकीलों का ही आना-जाना रहता है.
कांग्रेस को सिख दंगा का हिसाब देना होगा - पीएम मोदी
वहीं पीएम मोदी कांग्रेस पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आजकल अचानक न्याय की बात करने लगी है. कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि 1984 के सिख दंगों में हुए अन्याय का हिसाब कौन देगा. कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि सिख दंगों से जुड़ा होने का जिन पर आरोप है, उनको मुख्यमंत्री बनाना कौन सा न्याय है. कांग्रेस ने देश के साथ जो अन्याय किया, हम उसे निरंतर कम करने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे संतोष है कि तीन दशक बाद पहली बार 84 के सिख दंगों के गुनहगारों के गिरेबान तक कानून पहुंचा है.
पहली बार वो सलाखों के पीछे पहुंचे हैं, फांसी के फंदे तक पहुंचे हैं.
HIGHLIGHTS
- पीएम मोदी ने रामलीला मैदान में जनसभा को संबोधित किया
- पीएम मोदी ने केजरीवाल पर बोला हमला, अपनी नाकामी का ठिकरा दूसरों पर फोड़ते हैं
- कांग्रेस आजकल अचानक न्याय की बात करने लगी है
Source : News Nation Bureau