प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पहली बार वोट करने वालों से आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पंजीकरण कराने और अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया. साल 2019 के अपने पहले 'मन की बात' को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "इस साल, हमारे देश में लोकसभा चुनाव होंगे और यह पहली बार होगा जब 2000 के बाद पैदा हुए युवा मतदान करेंगे." उन्होंने कहा, "उनके लिए देश की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने का अवसर आया है. वे अब देश की निर्णय प्रक्रिया में भागीदार बनने जा रहे हैं. मैं युवाओं से खुद को मतदाता के रूप में पंजीकृत करने का आग्रह करता हूं."
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मोदी ने इतने बड़े देश में सुनियोजित तरीके से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) की सराहना की और कहा कि देश के लोगों को इस पर गर्व है. उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग का गठन 25 जनवरी 1950 को किया गया था और इस दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत में चुनाव जिस पैमाने पर होते हैं, उसे देखते हुए दुनिया भर के लोगों का आश्चर्यचकित होना स्वाभाविक है."
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक ऐसी संस्था है जिस पर हर नागरिक को गर्व होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में, यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है कि भारत के प्रत्येक नागरिक को जो पंजीकृत मतदाता हो, मतदान करने का अवसर मिले." उन्होंने कहा कि जब हम सुनते हैं कि कोई मतदान केंद्र हिमाचल प्रदेश में समुद्र तल से 15,000 फीट ऊपर स्थापित है, अंडमान और निकोबार के दूर-दराज के द्वीपों में, या यहां तक कि गुजरात के सुदूर वन क्षेत्र में भी मतदान की व्यवस्था की गई है, जहां केवल एक है मतदाता है तो 'आयोग पर गर्व होना बहुत स्वाभाविक है.'
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प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं अपने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए चुनाव आयोग के प्रयासों की सराहना करता हूं. मैं सभी राज्यों में होने वाले चुनाव और सभी सुरक्षा कर्मियों व अन्य कर्मचारियों की भी सराहना करता हूं जो मतदान प्रक्रिया में भाग लेते हैं और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करते हैं."
Source : IANS