वाराणसी में पीएम मोदी परचा दाखिल कर चुके हैं. शुक्रवार को दाखिल किए गए हलफनामें के अनुसार पीएम मोदी की कुल संपत्ति दो करोड़ 51 लाख 36 हजार 119 रुपये है. अगर चल संपत्ति की बात करें तो पीएम के पास 38750 हाथ में नकदी है. वहीं भारतीय स्टेट बैंक की गांधी नगर शाखा में केवल चार हजार 143 रुपये हैं. इसके अलावा एक करोड़ 27 लाख 81 हजार 574 रुपये की एफडीआर है.
20 हजार का है बांड
मोदी ने 20 हजार रुपये एलएंडटी इंफ्रा बांड में निवेश कर रखा है. एनएससी में सात लाख 61 हजार 466 रुपये और जीवन बीमा पॉलिसी में एक लाख 90 हजार 347 रुपये जमा किए हैं. मोदी के पास किसी तरह का कोई वाहन नहीं है.
17 साल में प्लॉट से 84 गुना मुनाफा
शपथपत्र के अनुसार पीएम मोदी के पास 1.13 लाख रुपए मूल्य की सोने की चार अंगूठीं हैं. 20 हजार रुपए का एलएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर का बांड खरीदा हुआ है. इसके अलावा एनएससी और एलआईसी में उन्होंने निवेश किया है. पीएम मोदी ने गुजरात में वर्ष 2002 में 1.30 लाख रुपए में प्लॉट खरीदा था. अब इसकी कीमत 1 करोड़ 10 लाख रुपए हो गई है. यानी करीब 84 गुना उन्हें फायदा हुआ है.
2014 में कमाते थे 9.69 लाख रुपए, अब Income है 19 लाख रुपए
प्रधानमंत्री के वेतन भत्तों की वजह मोदी की आय में भी इजाफा हुआ है. पीएम मोदी की सालाना आय वर्ष 2013-14 में 9.69 लाख रुपए थी. वर्ष 2018 में यह आय बढ़कर 19.92 लाख रुपए हो गई है. उन्होंने पत्नी की आय के बारे में जानकारी नहीं दी है.
इससे एक साल पहले प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा जारी किया गया था. 2018 में उनके पास करीब 2.28 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में करीढ़ डेढ़ करोड़ की संपत्ति थी. चार साल के बाद मोदी की संपत्ति में करीब 75 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशी के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हलफनामे में संपत्ति का ब्योरा दायर किया था. उस आधार पर 2014 और 2018 में प्रधानमंत्री की संपत्ति में कितना अंतर आया है यहां समझें...
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2018 में पीएम मोदी के पास रुपये की संपत्ति है. जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में करीढ़ डेढ़ करोड़ की संपत्ति थी. अब चार साल के बाद मोदी की संपत्ति में करीब 75 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है.अगर प्रधानमंत्री की कुल चल-अचल संपत्ति की बात करें तो ये लगभग 2.28 करोड़ रुपये की है. इसमें लगभग एक करोड़ 28 लाख रुपये की चल और गांधीनगर में कुछ अचल संपत्ति है. प्रधानमंत्री ने 2002 में एक लाख रुपये की कीमत से 3531.45 स्क्वायर फीट की संपत्ति भी खरीदी थी.
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2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशी के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हलफनामे में संपत्ति का ब्योरा दायर किया था. उस आधार पर 2014 और 2018 में प्रधानमंत्री की संपत्ति में कितना अंतर आया है यहां समझें...
- 2014 में मोदी के पास कुल चल-अचल संपत्ति 1 करोड़ 51 लाख 57 हजार 582 रुपये की थी. आज 2018 में करीब 2.28 करोड़ रुपये हैं.
- 2014 में मोदी के पास कैश 29 हजार रुपये था. आज 2018 में मोदी के पास कैश 48 हजार 944 रुपये है.
- 2014 में पोस्टल सेविंग में 4,34,031 रुपये था. आज 2018 में SBI बैंक में कुल 11,29,690 रुपये जमा हैं.
- प्रधानमंत्री के नाम पर कोई भी दुपहिया, फोर व्हीलर वाहन रजिस्टर्ड नहीं है. जब से मोदी ने प्रधानमंत्री का पद संभाला है तब से उन्होंने कोई नया सोना नहीं खरीदा है.
बतौर पीएम इतनी मिलती है सैलरी
- पीएम मोदी को सालाना 19.2 लाख रुपए मिलते हैं. यानी उनकी महीने की सैलरी 1.60 लाख रुपए के साथ कई सरकारी भत्ते और दूसरी सेवाएं दी जाती हैं. 2013 की आरटीआई के जवाब के मुताबिक, प्रधानमंत्री की बेसिक सैलरी 50 हजार, सांसद भत्ता 45 हजार, डेली आउसेंस 2 हजार (62000 रु हर महीना) और व्यय भत्ता 3000 रुपए मिलता है. पीएम को ये सैलरी संचित निधि से दी जाती है.
- -इस सैलरी के अलावा प्रधानमंत्री को राजधानी दिल्ली के केंद्र में 7 आरसीआर का आलीशान बंगला, गाड़ियों का काफिला, अपना पर्सनल जेट प्लेन और स्टाफ का काफिला आदि जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं.
कहां खर्च करते हैं इतनी सैलरी
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी की सैलरी प्रधानमंत्री रिलीफ फंड में जमा हो जाती है. इससे पहले गुजरात में सीएम रहते जाती है. इससे पहले गुजरात में सीएम रहते हुए भी मोदी अपनी सैलरी का बड़ा हिस्सा अपने िवधानसभा क्षेत्र में करते थे. तब उस समय उन्हें 2.10 लाख रुपए की सैलरी मिलती थी. गुजरात के एक अफसर ने दावा किया था कि सीएम पद छोड़ने के बाद मोदी ने करीब 21 लाख रुपए राज्य की जरूरतमंद बेटियों के नाम कर दिए थे.
Source : News Nation Bureau