ओडिशा के पुरी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने के कयासों के बीच माना जा रहा है कि वे उत्तर प्रदेश के वाराणसी से ही लड़ेंगे. 2014 के चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी और गुजरात के वड़ोदरा से चुनाव लड़े थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से भारी मतों से अजय राय और अरविंद केजरीवाल से चुनाव में बढ़त बनाई थी.
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लंबे समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के धार्मिक शहर पुरी से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो प्रधानमंत्री वाराणसी से ही चुनाव मैदान में उतरेंगे. हालांकि पिछले दिनों एएनआई के साथ इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के पुरी से चुनाव लड़ने के कयासों का न तो खंडन किया था और न ही इस बात को स्वीकार किया था.
बीजेपी संसदीय बोर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र का संसदीय क्षेत्र बदलने के खिलाफ है. हालांकि यह अभी साफ नहीं हुआ है कि प्रधानमंत्री की दूसरी सीट पुरी होगी या फिर वे केवल पुरी से चुनाव लड़ेंगे. 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी के अलावा वड़ोदरा से चुनाव लड़े थे, लेकिन बाद में वड़ोदरा सीट छोड़ दी थी. पुरी से चुनाव लड़ने के कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि इससे ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में व्यापक प्रभाव पड़ेगा.
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पिछले साल उत्तर प्रदेश के उपचुनावों और तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी का पूरा ध्यान ओडिशा, पश्चिम बंगाल और देश के अन्य राज्यों पर है. बंगाल और ओडिशा में तो बीजेपी कुछ चुनावों में दूसरे नंबर पर आ गई है. माना जा रहा है कि पुरी से नरेंद्र मोदी चुनाव मैदान में नहीं उतरे तो संबित पात्रा को वहां से लड़ाया जा सकता है.
Source : Sunil Mishra