ऐसे में जब राजनीतिक विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को बीजेपी की वापसी की राह में बड़ा रोड़ा मान रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज नेशन (News Nation) को दिए इंटरव्यू में चुटकी ली है. उन्होंने इंटरव्यू की शुरुआत में ही कहा कि महागठबंधन की बड़ी हवाएं चल रही थीं. कर्नाटक में नई सरकार बनी तो सबने हाथ पकड़-पकड़कर देश को एक संदेश दिया था, लेकिन दिल्ली पहुंचते-पहुंचते सब बिखर गए. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की इतनी दुर्दशा हो गई है कि कांग्रेस पार्टी के साथ किसी दल को खड़े होते नहीं देखा है.
2014-19 की यात्रा में एक विश्वास पैदा हुआ है- पीएम मोदी
कांग्रेस के नेताओं के साथ किसी नेता ने मंच साझा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव विकास के मुद्दों पर लड़ा जा रहा है. एक प्रकार से यह चुनाव विकास का भी है और विश्वास का भी है. 2014 के चुनाव में देश का विश्वास टूट चुका था. आशाएं चरमरा चुकी थीं. लोगों को लगता था कि हिन्दुस्तान में क्या करेंगे. 2014-19 की यात्रा में एक विश्वास पैदा हुआ है. उसके कारण स्वाभाविक है कि यह चुनाव एक प्रकार से प्रो इंकमबेंसी वेव है. एक सरकार को दोबारा सरकार में लाने के लिए बहुत बड़ा वेव है.
मेरे पास यह अटल बिहारी वाजपेयी जी की लिगेसी है- पीएम मोदी
उन्होंने कहा, 'मैं जब संगठन में था तब चिमन भाई पटेल सीएम थे और केशुभाई पटेल डिप्टी सीएम थे. मुझे वहीं से गठबंधन के संस्कार मिले. जम्मू कश्मीर में हमने फारुख अब्दुल्ला के साथ काम किया, हरियाणा में वंशीलाल और चौटाला जी के साथ काम किया, पंजाब में अकाली दल के साथ रहे. पूर्ण गठबंधन आने के बाद भी 2014 में हमने गठबंधन की सरकार चलाई. पूर्ण बहुमत आने के बाद भी हमने गठबंधन सरकार चलाई. "सामना" में रोज खिलाफ में आर्टिकल छपता था, लेकिन उनके सांसद मेरी सरकार में कैबिनेट मंत्री अब भी हैं. इसलिए गठबंधन सरकार चलाने में हमारा इनका कोई मुकाबला नहीं और यह भी बता दूं कि मेरे पास यह अटल बिहारी वाजपेयी जी की लिगेसी है.
Source : News Nation Bureau