लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करने पहुंचे. जैसे ही पीएम मोदी सेंट्रल हॉल में आए, वहां मौजूद सभी सदस्यों ने उनका भव्य स्वागत किया. पीएम मोदी ने सेंट्रल हॉल में सांसदों और एनडीए के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. संबोधन करने से पहले पीएम मोदी ने संविधान के सामने सिर नवाजा. इससे पहले 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार संसद जा रहे थे तो उन्होंने संसद भवन की चौखट पर माथा टेका था. माथा टेकने के बाद उन्होंने संसद भवन के अंदर प्रवेश किया. उन्होंने कहा कि संसद भवन हमारे लिए मंदिर है. 2019 में जब बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है और सेंट्रल हॉल में सांसदों को संबोधित करने से पहले संविधान के सामने सिर झुकाया.
यह भी पढे़ं- माइनॉरिटी का विश्वास जीतने से लेकर वीआई कल्चर खत्म करने तक, ये हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
पीएम मोदी पर सभी विपक्षी पार्टी ने यह आरोप लगाती रही है कि मोदी ने संविधान को बर्बाद कर दिया है. सेट्रल एजेंसी को ध्वस्त कर दिया है. बीजेपी संविधान का सम्मान नहीं करती है. लेकिन पीएम मोदी ने संबोधन से पहले संविधान के सामने सिर झुकाकर यह संदेश दिया कि मैं संविधान का बहुत सम्मान करता हूं. बीजेपी संविधान को बर्बाद नहीं, बल्कि सम्मान करती है. मोदी ने सेंट्रल हॉल में संविधान के सामने सिर झुकाकर विपक्ष का कड़ा संदेश दिया है. पीएम मोदी के अनुसार संसद मेरे लिए मंदिर और संविधान इसका ग्रंथ.
यह भी पढे़ं- लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सीएम कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
इसके बाद संबोधन करने मंच पर गए. मंच पर पीएम मोदी के साथ लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, प्रकाश सिंह बादल, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अमित शाह, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, उद्धव ठाकरे मौजूद रहे. पीएम मोदी ने इस दौरान आडवाणी, प्रकाश सिंह बादल और मुरली मनोहर जोशी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इस चुनाव में बीजेपी के 303 सीटों पर चुनाव जीतने वाले सांसद भी मौजूद रहे. इसमें सर्वसम्मति से पीएम नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से हामी भरी.
बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर मोदी के नाम पर मुहर लगाई. सबसे पहले एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एलजेपी चीफ रामविलास पासवान ने मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. इसका सभी ने समर्थन किया.
HIGHLIGHTS
- पीएम मोदी ने संविधान के सामने सिर झुकाया
- सर्वसम्मति से पीएम मोदी संसदीय दल के नेता चुने गए
- 2014 में संसद भवन जाने से पहले चौखट पर माथा टेका
Source : News Nation Bureau