CBI VS Mamata विवाद के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल जा रहे हैं. जलपाईगुड़ी में पीएम रैली करेंगे और 1938 करोड़ के हाइवे प्रोजेक्ट राष्ट्रीय राजमार्ग-31 डी के फलाकाता-सलसलाबाड़ी खंड को चार लेन किये जाने की आधारशिला रखेंगे. पीएम इसके बाद जलपाईगुड़ी में हाई कोर्ट की नई सर्किट बेंच का भी उद्घाटन करेंगे. इन कार्यक्रमों के बाद जलपाईगुड़ी के चुराभंडार में पीएम मोदी एक रैली को भी संबोधित करेंगे. बीते एक हफ्ते में पश्चिम बंगाल में यह पीएम मोदी की यह तीसरी रैली होगी. हालांकि उनकी रैली स्थल के लिए मंजूरी को लेकर भी बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं.
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बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी रैली के मंच का इस्तेमाल बनर्जी के आरोपों का “माकूल” जवाब देने के लिये कर सकते हैं और चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देने के अलावा हमें उम्मीद है कि मोदी जी ममता बनर्जी के असंवैधानिक धरने का भी समुचित जवाब देंगे.” बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनावों में राज्य की 42 सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीती थीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस बार यहां से 23 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. बीजेपी के दूसरे नेताओं के मामलों की तरह ही पार्टी को जलपाईगुड़ी में प्रधानमंत्री की सभा के लिये स्थल तलाशने में दिक्कत हुई.
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जलपाईगुड़ी के सरकारी कॉलेज और उससे सटे स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मैदान के लिए मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी को जलपाईगुड़ी शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर खेती की जमीन को किराये पर लेकर सभा के आयोजन के लिये बाध्य होना पड़ा.
बीजेपी की राज्य इकाई के महासचिव राजू बनर्जी ने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता बस संचालकों को चेतावनी दे रहे हैं कि भगवा पार्टी के समर्थकों को अपनी गाड़ियों में रैली स्थल पर न ले जाए. तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौरव चक्रबर्ती ने हालांकि इन आरोपों को 'निराधार' करार दिया.
Source : News Nation Bureau