लोकसभा चुनाव 2019 अब अपने अंतिम दौर में है. सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग 19 मई को होगी. अबकी बार किसी सरकार बनेगी, यह पिछले 6 चरणों के चुनाव में मतदाता तय कर चुके हैं. बीजेपी का चेहरा जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तो वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी. दोनों नेताओं ने मतदाताओं को रिझाने की पूरी कोशिश की. आइए देखें कि इस चुनाव में किसने कितनी जमीन नापीं और कितना पसीना बहाया.
लगभग सवा दो महीने चले इस चुनावी जंग में पीएम नरेंद्र मोदी कुल 1,25,160 KM की यात्रा की. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 1,20,941 KM जमीन नापी. इस दौरान दोनों नेताओं ने मतदाताओं को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. राहुल गांधी जहां राफेल पर पीएम को घेरते रहे और चौकीदार को चोर बताते रहे तो वहीं मोदी राष्ट्रवाद के जरिए वोटरों का मन टटोलते रहे. इस बीच मोदी कांग्रेस पर ज्यादा हमलावर रहे.
अगर बतात रैलियों की करें तों पीएम नरेंद्र मोदी इस बार कुल 142 रैलियां कीं और राहुल गांधी ने 107. पीएम मोदी को 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में ज्यादा पसीना बहाना पड़ा है. पिछले लोकसभा चुनाव मोदी ने कुल 129 रैलियां कीं. इसका प्रभाव ये हुआ कि गुजरात, राजस्थान, दिल्ली में यूपीए साफ हो गई. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, बिहार जैसे हिन्दी पट्टी वाले राज्यों में बीजेपी ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. इस बार मोदी ने नई रणनीति के तहत कांग्रेस के अलावा अलग-अलग राज्यों के क्षत्रपों पर भी हमलावर रहे.
मोदी और राहुल के बाद अगर किसी ने सबसे ज्यादा पसीना बहाया है तो वो हैं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह. एक बार फिर मोदी सरकार के नारे को लेकर मैदान में उतरी बीजेपी के लिए अमित शाह ने 113 रैलियां कर डालीं. इस दौरान उन्होंने 1,07,010 KM जमीन नापी.
केरल और मध्य प्रदेश में राहुल ने बहाया ज्यादा पसीना
नरेंद्र मोदी | राहुल गांधी | |||
राज्य | चुनावी यात्रा | रैली | चुनावी यात्रा | रैली |
अरुणाचल प्रदेश | "="" 1":3,"3":2607}"="" data-sheets-numberformat=" |
2 | "="" 1":3,"3":3827}"="" data-sheets-numberformat=" |
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असम | "="" 1":3,"3":3506}"="" data-sheets-numberformat=" |
4 | "="" 1":3,"3":4180}"="" data-sheets-numberformat=" |
1 |
त्रिपुरा | "="" 1":3,"3":868}"="" data-sheets-numberformat=" |
1 | "="" 1":3,"3":2279}"="" data-sheets-numberformat=" |
1 |
मणिपुर | "="" 1":3,"3":2936}"="" data-sheets-numberformat=" |
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1 |
जम्मू-कश्मीर | "="" 1":3,"3":559}"="" data-sheets-numberformat=" |
2 | "="" 1":3,"3":0}"="" data-sheets-numberformat=" |
0 |
पश्चिम बंगाल | "="" 1":3,"3":13499}"="" data-sheets-numberformat=" |
17 | "="" 1":3,"3":5266}"="" data-sheets-numberformat=" |
3 |
पंजाब | "="" 1":3,"3":1253}"="" data-sheets-numberformat=" |
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3 |
राजस्थान | "="" 1":3,"3":5312}"="" data-sheets-numberformat=" |
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10 |
गुजरात | "="" 1":3,"3":3821}"="" data-sheets-numberformat=" |
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4 |
उत्तर प्रदेश | "="" 1":3,"3":11994}"="" data-sheets-numberformat=" |
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10 |
मध्य प्रदेश | "="" 1":3,"3":5638}"="" data-sheets-numberformat=" |
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16 |
महाराष्ट्र | "="" 1":3,"3":17047}"="" data-sheets-numberformat=" |
9 | "="" 1":3,"3":6131}"="" data-sheets-numberformat=" |
4 |
उत्तराखंड | "="" 1":3,"3":563}"="" data-sheets-numberformat=" |
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4 |
झारखंड | "="" 1":3,"3":3859}"="" data-sheets-numberformat=" |
3 | "="" 1":3,"3":1254}"="" data-sheets-numberformat=" |
1 |
दिल्ली | "="" 1":3,"3":259}"="" data-sheets-numberformat=" |
3 | "="" 1":3,"3":878}"="" data-sheets-numberformat=" |
3 |
हरियाणा | "="" 1":3,"3":574}"="" data-sheets-numberformat=" |
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6 |
हिमाचल प्रदेश | "="" 1":3,"3":1879}"="" data-sheets-numberformat=" |
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1 |
बिहार | "="" 1":3,"3":7440}"="" data-sheets-numberformat=" |
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5 |
छत्तीसगढ़ | "="" 1":3,"3":3686}"="" data-sheets-numberformat=" |
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3 |
आंध्र प्रदेश | "="" 1":3,"3":669}"="" data-sheets-numberformat=" |
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2 |
तेलंगाना | "="" 1":3,"3":2529}"="" data-sheets-numberformat=" |
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3 |
कर्नाटक | "="" 1":3,"3":5364}"="" data-sheets-numberformat=" |
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8 |
केरल | "="" 1":3,"3":8779}"="" data-sheets-numberformat=" |
2 | "="" 1":3,"3":16547}"="" data-sheets-numberformat=" |
8 |
गोवा | "="" 1":3,"3":2808}"="" data-sheets-numberformat=" |
1 | "="" 1":3,"3":0}"="" data-sheets-numberformat=" |
0 |
तमिलनाडु | "="" 1":3,"3":5514}"="" data-sheets-numberformat=" |
3 | "="" 1":3,"3":10987}"="" data-sheets-numberformat=" |
5 |
ओडिशा | "="" 1":3,"3":9534}"="" data-sheets-numberformat=" |
8 | "="" 1":3,"3":2273}"="" data-sheets-numberformat=" |
2 |
इस लोकसभा चुनाव के जरिए कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा चुकी है. इसके लिए राहुल गांधी को राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश से ज्यादा उम्मीद है. शायद इसीलिए केरल में राहुल ने मोदी की तुलना में चार गुनी रैलियां कर कीं. वहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी कांग्रेस अध्यक्ष ने जमकर पसीना बहाया है.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA