मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान पीएम मोदी की रैली के नजदीक ही छात्र अपने अनोखे अंदाज में प्रदर्शन कर रहे थे. मोदी की रैली के नजदीक इंजीनियरिंग और कानून की छात्र और छात्राएं ग्रेजुएशन रोब्स (Graduation Robes) पहनकर 'मोदी पकौड़ा' बेच रहे थे. प्रदर्शन के तौर पर पकौड़े बेच रहे करीब 12 छात्र-छात्राओं को पुलिस ने पीएम मोदी की रैली खत्म होने तक हिरासत में ले लिया और बाद में छोड़ दिया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया, ''हम पकौड़ा योजना के तहत नए रोजगार देने के लिए पीएम मोदी का स्वागत करने आए हैं. हम पीएम मोदी की रैली में पकौड़े बेचना चाहते हैं जिससे यह जान सकें कि पढ़े-लिखे युवाओं के लिए पकौड़े बेचना कितना महान काम है.''
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते साल कहा था, 'लोग पकौड़ा बेच कर एक दिन में 200 रुपए कमा रहे हैं उसे बेरोजगारी नहीं माना जा सकता.' प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष ने मोदी की काफी आलोचनाएं की थीं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा था, 'यह बहुत दुखी करने वाला है कि पीएम मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं की बात करते हैं और देश के युवाओं को पकौड़ा बेचने की सलाह देते हैं.' इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी प्रधानमंत्री को उनके बयान की वजह से जबरदस्त तरीके से ट्रोल किया गया था.
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पीएम मोदी के इसी पकौड़े वाले बयान पर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था, 'यदि देश की सभी जनता पकौड़े ही बेचेगी तो उसे खाएगा कौन?' साल 2019 की शुरुआत में बेरोजगारी पर आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि देश में 1970 के बाद से अब बेरोजगारी की दर 6.1 फीसदी है, जो अपने चरम पर है.
Source : Sunil Chaurasia