पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक मतदान केंद्र में चुनाव अधिकारी को पोलिंग बूथ पर वोटिंग को प्रभावित करते देख हंगामा खड़ा हो गया. बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो के हस्तक्षेप पर अधिकारी माफी मांगता तो नजर आया, लेकिन यह जवाब देने में असफल रहा कि आखिर वह बूथ पर कर क्या रहा था. बाबुल सुप्रियो ने राज्य की सत्तारूढ़ सरकार पर गड़बड़ी कराने का आरोप लगाते हुए दो-टूक कहा है कि आसनसोल में सरकारी अधिकारियों की मदद से बूथ कैप्चरिंग हो रही है. इस घटना के अलावा आसनसोल के कई बूथों पर हिंसक संघर्ष की भी खबरें हैं. कई जगह पुलिस और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हैं.
#WATCH Clash between TMC workers and QRF and security personnel outside polling booth number 125-129 in Asansol, after disagreement erupted between BJP & CPI(M) workers after TMC workers insisted on polling despite absence of central forces. #WestBengal pic.twitter.com/wmTE97gY4i
— ANI (@ANI) April 29, 2019
वीडियो में दिख रहा है कि आसनसोल के पोलिंग बूथ 199 पर सोमवार सुबह चौथे चरण का मतदान शुरू होते ही बीजेपी नेता बाबुल सुप्रीयो ने चुनाव अधिकारी को मतदान प्रभावित करते रंगे हाथों पकड़ा. सवाल-जवाब करते हुए बाबुल सुप्रियो ने उस अधिकारी को वापस अपनी जगह बैठने को कहा. इस पर अधिकारी माफी मांगते हुए वापस अपनी जगह आ बैठा. हालांकि मीडिया के सवाल शुरू होते ही उसका चेहरा सफेद पड़ गया और वह बता नहीं पाया कि मतदान बूथ पर वह आखिर कर क्या रहा था. इसके बाद बाबुल सुप्रियो ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से शिकायत की बात की है. उनका कहना है कि मतदाताओं पर तृणमूल के लिए वोट करने का दबाव बनाया जा रहा है. इसके लिए सुरक्षा बलों को हटाकर महिला पुलिस को लगाया गया है.
इसके पहले भी आसनसोल में ही कई मतदान बूथों पर टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़पें हुईं. स्थिति यहां तक बिगड़ी कि पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। ऐसी ही एक झड़प में बीजेपी नेता बाबुल सुप्रीयो की कार में भी तोड़-फोड़ की गई. बाबुल सुप्रियो का आरोप है कि मतदान को प्रभावित करने के लिए आसनसोल में कई बूथों पर केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात नहीं किया गया है. बूथ नंबर 103, 104, 106 और 107 समेत ऐसे कई बूथ शामिल हैं.
Source : News Nation Bureau