वे मेरे भाई को शहजादा बोल रहे हैं... मैं उनको यह बताना चाहती हूं.. PM Modi के बयान पर बोलीं प्रियंका गांधी
Lok Sabha Election: गुजरात बनासकांठा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने राहुल गांधी को शहजादा कहने को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा.
Lok Sabha Election: गुजरात बनासकांठा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को शहजादा कहने के लिए पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन पर शहंशाह जैसा जीवन जीने का आरोप लगाया. प्रियंका गांधी ने कहा,'वे मेरे भाई को शहजादा बोल रहे हैं. मैं उनको यह बताना चाहती हूं, ये शहजादे 4000 किलोमीटर पैदल चले हैं. कन्याकुमारी से कश्मीर तक आपकी समस्याओं को सुनने के लिए पैदल चले हैं. वह भाइयों, बहनों, किसानों, मजदूरों से मिले हैं. सबसे प्यार से मिलकर पूछा है कि तुम्हारे दिल में क्या मुश्किलें हैं, तुम्हारे जीवन में क्या समस्याएं हैं और हम उन्हें कैसे हल कर सकते हैं.'
प्रियंका ने आगे कहा, 'और एक तरफ आपके शहंशाह..हैं. महलों में निवास करते हैं. आपने कभी टीवी पर उनका चेहरे को देखा है? एकदम साफ सुथरा सफेद कुर्ता, एक दाग नहीं है धूल का. एक बाल इधर से उधर नहीं होता है. वो कैसे समझ पाएंगे कि आपकी मजदूरी, आपकी खेती. किस तरह से समझ पाएंगे कि आप किस दलदल में धंसे हुए हो. महंगाई से आप दबे हुए हैं. हर तरफ महंगाई, मेरी बहनें... मिट्टी का तेल आज कितने का हो चुका है? सब्जी खरीदने जाती हैं तो भाव क्या है उसका... पेट्रोल डीजल का दाम क्या है, किस तरह से गुजारा होता है. खेती के हर सामान पर जीएसटी लग रही है. हर सामान अब महंगा हो गया है. अगर कोई त्योहार होता है, कुछ खरीदना होता है, फीस भरनी पड़ती है, इलाज करना पड़ता है ये मोदी नहीं जान सकते हैं.'
दस सालों में अधिकार कम करने का काम किया है : प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीएम पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने दस सालों में अधिकार कम करने का काम किया है. पहले के पीएम लोगों के बीच गांवों में जाते थे. लोगों की बातें और उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करते थे. गुजरात ने पीएम मोदी को सबकुछ दिया. सत्ता दी. पर अब आप उनको देखते हैं, वह बड़े-बड़े लोगों के साथ दिखाई देते हैं. वे कभी किसानों या गरीबों को के बीच नहीं दिखते हैं. वे अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसी भी गरीब के घर नहीं गए.'