लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को एक और झटका लगा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ रही हूं. साथ ही अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं.उन्होंने कहा कि हां, मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं और मैं अब वही कर रहीं हूं. राधिका ने कहा कि अपने और देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा कर अपना इस्तीफा दिया. राधिका ने मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में लिखा कि आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है. हिरण्यकशिपु से लेकर रावण और कंस इसका उदाहरण है. वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह से विरोध कर रहे हैं.
राधिका खेड़ा ने अपने पत्र में आगे लिखा कि मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया. मैंने हमेशा दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, लेकिन जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने खुद को हारा हुआ महसूस कर रही हूं. फिर भी मैं लोगों के न्याय के लिए लड़ती रहूंगी.
Source : News Nation Bureau