कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि ओडिशा बेरोजगारी का केंद्र बन गया है. इसके साथ ही उन्होंने राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रहने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर निशाना साधा. राहुल ने बारगढ़ जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'ओडिशा बेरोजगारी का केंद्र बन गया है, क्योंकि नौकरियों की तलाश में यहां के अधिकतर युवा दूसरे राज्यों में जा रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि राज्य में 1.5 लाख सरकारी पद, 30,000 स्कूली शिक्षकों के पद, 5,000 चिकित्सा कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं.
राहुल ने आश्वस्त किया कि पार्टी के सत्ता में आने पर इन पदों को भरा जाएगा.
उन्होंने कहा, 'चिटफंड कंपनियों के द्वारा लोगों से 5,000 करोड़ रुपये लूटे गए और खनन घोटाले के जरिए उन्होंने अपने दोस्तों को 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि दे दी. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जिन्होंने भी लोगों के पैसे को लूटे हैं, हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे और न्याय दिलांएगे.'
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ऋण माफी और छत्तीसगढ़ में धान पर न्यूनतम समर्थन मूल्य वृद्धि का उदाहरण देते हुए राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी केवल वादे नहीं करती है, बल्कि इसे निभाती भी है.
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री ने यहां कोल्ड स्टोरेज बनाने और सिंचाई सुविधा मुहैया कराने का वादा किया था, लेकिन किसान यहां लगातार आत्महत्या कर रहे हैं. उसी तरह से प्रधानमंत्री ने अपने सभी भाषणों में किसानों का मुद्दा उठाया, लेकिन किसानों की ऋणमाफी के प्रति उदासीन बने रहे.'
वस्तु एवं सेवा कर को 'गब्बर सिंह टैक्स' करार देते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस के केंद्र में सत्ता में आते ही इसे सामान्य कर प्रणाली बनाया जाएगा.
Source : IANS