राष्ट्रपति भवन ने कहा, सेना के राजनीतिकरण को लेकर पूर्व सैन्‍य प्रमुखों की कोई चिट्ठी नहीं मिली

इससे पहले खबर थी कि 156 पूर्व सैन्य अफसरों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सेना के राजनीतिक करने का विरोध जताया

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Dalchand Kumar
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राष्ट्रपति भवन ने कहा, सेना के राजनीतिकरण को लेकर पूर्व सैन्‍य प्रमुखों की कोई चिट्ठी नहीं मिली

राष्ट्रपति भवन (फाइल फोटो)

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राष्टपति भवन ने सेना के राजनीतिकरण को लेकर पूर्व सैन्य अफसरों के किसी भी खत के मिलने से इनकार किया है. सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन ने स्पष्ट किया है कि तीनों सेनाओं के 8 पूर्व प्रमुखों सहित 150 से अधिक पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा लिखी गई कोई चिट्ठी उन्हें नहीं मिली है, जो मीडिया में चल रहा है.

इससे पहले खबर थी कि पूर्व सेना प्रमुख एसएफ रोड्रिग्स और शंकर राय चौधरी समेत 156 पूर्व सैन्य अफसरों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर सेना के राजनीतिक करने का विरोध जताया और कहा कि सेना देश की है किसी पार्टी की नहीं. इस चिट्ठी में ये शिकायत की गई कि सत्ताधारी दल सर्जिकल स्ट्राइक जैसे सेना के ऑपरेशन का श्रेय ले रही है.

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पत्र पर जिन लोगों के हस्ताक्षर हैं उनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) एसएफ रोड्रिग्ज, जनरल (सेवानिवृत्त) शंकर रॉयचौधरी और जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर, भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) एनसी सूरी शामिल हैं. इसके अलावा पत्र लिखने वालों में 8 पूर्व चीफ आफ स्टॉफ के भी नाम हैं.

वहीं दूसरी ओर, पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा राष्ट्रपति को लिखे गए कथित पत्र में कथित पत्र में अपना नाम शामिल होने की खबर का जनरल एसएफ रोड्रिग्स ने किया खंडन. उन्होंने कहा कि वो अराजनीतिक व्यक्ति, पता नहीं कौन यह झूठ फैला रहा है.

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इसके अलावा एयर चीफ मार्शल एनसी सूरी ने इस तरह के किसी भी खत को लिखने से इनकार किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में एयर चीफ मार्शल एनसी ने कहा है, 'मैं उस पत्र में जो कुछ भी लिखा गया है, उससे सहमत नहीं हूं.

Source : News Nation Bureau

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