लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है और एग्जिट पोल का दौर चल रहा है. दो दिन बाद ही मतगणना होनी है. इस बीच बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, देशभर के स्ट्रांग रूम्स के आसपास ईवीएम बरामद हो रहे हैं. ट्रकों और निजी वाहनों में ईवीएम पकड़ी जा रही हैं. ये कहां से आ रही हैं, कहां जा रही हैं? कब, क्यों, कौन और किसलिए इन्हें ले जा रहा है? क्या यह पूर्व निर्धारित प्रक्रिया का हिस्सा है? चुनाव आयोग को अतिशीघ्र स्पष्ट करना चाहिए.
CBI, ED की तरह चुनाव आयोग ने भाजपा से पहले गठबंधन किया अब उसमें विलय कर बेशर्मी से काम कर रहा है। वोटिंग के दिन @yadavtejashwi को फ़र्ज़ी तरीक़े से फँसाने और बदनाम करने के लिए उसकी जगह किसी और का फ़ोटो लगा दिया गया ताकि बेवजह विवाद उत्पन्न कर नकारात्मकता व विघ्न पैदा किया जाए। pic.twitter.com/kjKvUpjqQl
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 21, 2019
राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि CBI, ED की तरह चुनाव आयोग ने बीजेपी से पहले गठबंधन किया. अब उसमें विलय कर बेशर्मी से काम कर रहा है. वोटिंग के दिन @yadavtejashwi को फ़र्ज़ी तरीक़े से फंसाने और बदनाम करने के लिए उसकी जगह किसी और का फ़ोटो लगा दिया गया, ताकि बेवजह विवाद उत्पन्न कर नकारात्मकता व विघ्न पैदा किया जाए.
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष @yadavtejashwi के साथ चुनाव आयोग का ऐसा सलूक दुर्भाग्यपूर्ण है. सोचिए आम मतदाता के साथ कैसा होगा? चुनाव आयोग ने तेजस्वी की जगह किसी और का फ़ोटो लगाने के मामले में क्या कारवाई की? इसका दोषी कौन है? तेजस्वी के साथ ही ऐसा क्यों किया गया? क्या साज़िश रची जा रही थी?
राबड़ी देवी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "मेरी बेटी रोहिणी मतदान से एक दिन पहले सिंगापुर से चलकर पटना आई, लेकिन मतदाता सूची से उसका नाम नदारद था? बीजेपी के कार्यकर्ता सह चुनाव आयोग अधिकारी बताएं कि उसका नाम सूची से क्यों और किसलिए काटा गया?
HIGHLIGHTS
- राबड़ी देवी ने कहा, EC बताए कि कहां से इतने ईवीएम हो रहे बरामद
- तेजस्वी के साथ ऐसा सुलूक हुआ तो आम मतदान के साथ क्या हुआ होगा
- रोहिणी का नाम मतदाता सूची में नहीं था, क्यों काटा गया उसका नाम