बेसिरपैर के बयान जारी कर बीजेपी के लिए ऐन लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान असहज स्थिति पैदा करने वाली भोपाल से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अब प्रायश्चित करने का मन बनाया है. माना जा रहा है कि गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर हुई सार्वजनिक मजम्मत के बाद अब वह चिंतन-मनन कर अपने भविष्य की दशा-दिशा तय करेंगी. साध्वी ने खुद ट्वीट कर अपने इस 'मौन व्रत' की घोषणा की है.
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21 पहर तक चलेगा मौन व्रत
भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने सोमवार को ट्वीट किया कि चुनाव प्रक्रिया के खत्म होने के बाद अब समय चिंतन-मनन का है. उन्होंने लिखा कि अगर मेरे किसी बयान से किसी भी देशभक्त को ठेस पहुंचती हैं, तो वह क्षमा प्रार्थी हैं. इसी के साथ उन्होंने 21 पहर तक (करीब ढाई दिन) के मौन धारण करने और तपस्या करने का ऐलान किया है.
चुनावी प्रक्रियाओ के उपरान्त अब समय है चिंतन मनन का,
इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन व कठोर तपस्यारत हो रही हूं।
हरिः ॐ— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) May 20, 2019
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एक्जिट पोल में जीत रही हैं साध्वी प्रज्ञा
गौरतलब है कि रविवार को आए एग्जिट पोल में भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जीतती हुई नज़र आ रही हैं. हालांकि चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कई ऐसे बयान दिए हैं, जो भारतीय जनता पार्टी के लिए खासे असहज साबित हुए. इनमें महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाला बयान भी शामिल है. इसके पहले वह मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दे चुकी थीं. इस बयान में उन्होंने हेमंत करकरे की मौत का कारण अपना श्राप बताया था.
HIGHLIGHTS
- गोडसे को देशभक्त और हेमंत करकरे की मौत के लिए अपने श्राप को बताया था जिम्मेदार.
- ट्वीट कर बताया प्रायश्चित करने के लिए रखेंगी 21 पहर का मौन व्रत.
- बयान से किसी देशभक्त को पहुंची ठेस के लिए भी मांगी माफी साध्वी ने.
Source : News Nation Bureau