समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बलिदान पर सवाल उठाना ठीक नहीं है, मगर नेताओं से सवाल पूछना हमारा मौलिक अधिकार है. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा, "हमारे सशस्त्र बलों के बलिदान पर कभी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए. लोकतंत्र में राजनेताओं से प्रश्न पूछना हमारा मौलिक अधिकार है. इस सरकार को 'भारतीय सेना होने' का नाटक करने से रोकने की आवश्यकता है. जो राजनेता कहते हैं कि उनसे पूछताछ नहीं की जा सकती, वे खतरनाक हैं."
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गौरतलब है कि हाल में सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान पुलवामा हमले के संदर्भ में कहा कि अर्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं. वोट के लिए 45 जवान मार दिए गए. जम्मू-श्रीनगर के बीच में चेकिंग नहीं थी और साधारण बसों से जवानों को भेज दिया गया. यह साजिश थी. जब सरकार बदलेगी तो इसकी जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे. रामगोपाल के इस बयान पर सत्तारूढ़ दल में तिलमिलाहट है, वह लगातार रामगोपाल पर हमलावर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामगोपाल की टिप्पणी पर ट्वीट कर कहा कि "रामगोपाल जैसे वरिष्ठ नेता का यह निंदनीय बयान उन सभी का अपमान है, जिन्होंने कश्मीर की सुरक्षा करते हुए अपनी कुर्बानी दी. यह हमारे शहीदों के परिवारवालों का अपमान है." इसके बाद अखिलेश का यह बयान काफी मायने रखता है.
Source : IANS