श्रीनगर-काजीगंड राष्ट्रीय राजमार्ग के डलवाछ इलाके में तैनात भारतीय सेना पर चुनाव ड्यूटी में जा रहे एसडीएम को सड़क पर घसीटने और फिर पीटने का आरोप लगा है. इस घटना से राज्य का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने घटना को 'जंगल राज' करार दिया है. एसडीएम की शिकायत दर्ज कर आरोपों की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक अनंतनाग के डोरू में तैनात एसडीएम गुलाम रसूल वानी की दक्षिण कश्मीर में सहायक रिटर्निंग अधिकारी बतौर ड्यूटी लगाई गई थी. वेसु जाने के दौरान भारतीय सेना के कुछ जवानों से कथित तौर पर उनकी हाथापाई हुई. गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद हाईवे पर सेना के वाहनों के आने-जाने पर सामान्य आवागमन हफ्ते में दो दिन एक बार फिर से रोका जाने लगा है.
पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार हाईवे पर ऐसे ही एक ब्लॉकेड के दौरान एसडीएम गुलाम रसूल की जीप पर एसडीएम लिखा होने और जरूरी कागजात होने के बावजूद एक चेक प्वाइंट पर उनके समेत गाड़ी के ड्राइवर संग मारपीट की गई. यह बताने पर भी कि चुनाव ड्यूटी पर जा रहे हैं, तैनात सेना के जवानों ने कथित तौर पर उन्हें सड़क पर घसीटा और फिर मारपीट की.
पीड़ित एसडीएम ने कुलगाम के एसएसपी से शिकायत की है. शिकायत के आधार पर घटना की जांच की जा रही है. हालांकि घटना को जंगल राज बताते हुए पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जहां सड़कें आम लोगों के ब्लॉक कर दी जाती हों, एसडीएम स्तर का अधिकारी पीटा जाता हो, मुठभेड़ के दौरान आतंकियों के शवों को जला दिया जाता है... लगता तो नहीं है कि हम भारत में रह रहे हैं. शेख अब्दुल्ला और महाराज ने भारत से विलय का समझौता करते वक्त ऐसे समय की नहीं सोची होगी.
Source : News Nation Bureau