भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने लाल कृष्ण आडवाणी को पत्र लिखने की खबरों का खंडन किया. इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उनके नाम से सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जी पत्र की जांच की मांग की.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा, 'मेरे मीडिया के अनेक दोस्तों ने फोन पर यह बताया है कि सोशल मीडिया पर कल से एक इस प्रकार का पत्र चल रहा जिसे मैंने श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को प्रेषित किया है तथा उस पत्र की प्रतिलिपि मुझे भी भेजी है, जिसे में इस पत्र के साथ संलग्न कर रहा हूं.' इसके अलावा मुरली मनोहर जोशी ने लालकृष्ण आडवाणी को किसी भी तरह का खत लिखने से इनकार करते हुए जांच की मांग की. उन्होंने चुनाव आयोग को लिखा, 'मैंने इस प्रकार का कोई भी पत्र आडवाणी जी को नहीं लिखा है और कृपया इसकी जांच कराएं कि आखिर यह पत्र कहां से आया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.'
बता दें कि मुरली मनोहर जोशी का लालकृष्ण आडवाणी के नाम एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस फर्जी पत्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार का भी जिक्र किया गया. फर्जी पत्र में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी को पहले चरण में 91 में से बमुश्किल 8-10 सीटें मिलेंगी. इसी तरह से बीजेपी की 120 सीटें भी नहीं आएंगी.
इसके अलावा इस पत्र में जोशी को आडवाणी के साथ कथित तौर पर अपना दुख साझा करते हुए बताया जा रहा है. पत्र में लिखा था, 'मुझसे सपा-बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का खूब दबाव बनाया गया, लेकिन तमाम परिस्थितियों के बावजूद अपना घर नहीं छोड़ा. बात अलग है कि घर के लोगों ने हमें अपमानित कर घर से बाहर निकाल दिया है.'