नई दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर एक शख्स ने जूता फेंका. उस शख्स का नाम शक्ति भार्गव बताया जा रहा है. वह खुद को डॉक्टर बता रहा है. वह कानपुर का रहने वाला है. उसके जूता फेंकने के साथ ही वहां पर अफरा-तफरी मच गई. जूता फेंकने के बाद वहां मौजूद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उसे दबोच लिया. सूचना पर दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंच गई है और शक्ति भार्गव को हिरासत में ले लिया गया है. उसे आईपी स्टेट थाने ले जाया गया है. बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी के महासचिव और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे.
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि जूता फेंकने के पीछे भार्गव की मंशा क्या था और किसके कहने पर उसने इस घटना को अंजाम दिया. बीजेपी ने इस घटना का आरोप कांग्रेस पर लगाया है और इसे सोची-समझी साजिश बताया है. दूसरी ओर, कांग्रेस ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा है कि बीजेपी की नीतियों से लोग परेशान हैं और जूता फेंकने की घटना इसी से जोड़कर देखा जाना चाहिए.
जीवीएल नरसिम्हा राव बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा पर तमाम राजनीतिक दलों द्वारा बयानबाजी को लेकर पार्टी का पक्ष रख रहे थे. बताया जा रहा है कि शक्ति भार्गव ने जूता फेंकने के बाद पत्रकारों की तरफ अपना विजिटिंग कार्ड उछालकर फेंका. इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक मानी जा रही है. इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि वह आदमी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बीजेपी कार्यालय में क्या कर रहा था.
डॉ. शक्ति भार्गव की मां ने कहा, उनके बेटे से उनका कोई संबंधन नहीं है. पुलिस की पूछताछ में शक्ति भार्गव ने बताया है कि वह एक व्हीसिल ब्लोअर है और सरकार की नीतियों से परेशान था. अभी उससे पूछताछ की जा रही है.