हम एक ऐसे समाज में रहते हैं जो बेहद धर्मभीरू है. ताबीज-गंडे के प्रभाव से बहुत कम लोग ही बचे हैं. राजनेताओं में तो शुभ-अशुभ संकेत समेत गृह-नक्षत्रों का कुछ ज्यादा ही प्रभाव रहता है. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुरी नजर से बचाने के लिए झाड़-फूंक और पूजा-पाठ का सहारा लिया जा रहा है. सोमवार को उनके वाराणसी आगमन से पहले बीजेपी समर्थकों ने काशी के कोतवाल और बुरी नजर से बचाने वाले कालभैरव मंदिर में पीएम मोदी के कटऑउट की न केवल विशेष पूजा-अर्चना की, बल्कि उनकी नजर भी उतारी गई.
यह भी पढ़ेंः 30 मई की शाम 7 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे नरेंद्र मोदी
कालभैरव मंदिर में की गई पूजा-अर्चना
लोकसभा चुनाव में मिली अभूतपूर्व जीत के बाद पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पहले दौरे पर आ रहे हैं. इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं तो दूसरी ओर मोदी के समर्थकों को नरेंद्र मोदी पर बुरी नजर का डर सता रहा है. यही वजह है कि मोदी समर्थक काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा कालभैरव के दरबार में अर्जी लगाने पहुंचे ताकि बुरी नजर से पीएम मोदी को बचाया जा सके. इसके लिए बकायदा कालभैरव के पुजारियों ने रविवार के खास दिन पीएम मोदी के प्रतीक स्वरूप मोदी के कटऑउट की कालभैरव के दंड से झाड़-फूंक की और कालभैरव के रक्षा कवच के रूप का गंडा भी बांधा.
यह भी पढ़ेंः अमेठी में स्मृति ईरानी ने दिया पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अर्थी को कंधा, देखें VIDEO
कई स्रोत और नवग्रह शांति पूजन हुआ
पुजारियों ने बटुक भैरव स्रोत, कालभैरव अष्टक स्रोत और नवग्रह शांति पूजन भी किया. पुजारियों और मोदी समर्थकों को पूरी उम्मीद है कि इस उपाय से देश के प्रधानमंत्री पर लगी सभी बुरी नजर बाधा से मुक्ति मिलेगी और उन पर बाबा कालभैरव का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा. इसके अलावा कालभैरव के पुजारियों ने बकायदा मंदिर के गर्भगृह में भी मोदी के कटऑउट ले जाकर सरसों के तेल, शराब और मिठाई से पीएम मोदी की नजर उतारकर बाबा का आशीर्वाद दिलवाया.
HIGHLIGHTS
- पीएम मोदी को बुरी नजर से बचाने के लिए कालभैरव मंदिर में की गई विशेष पूजा.
- गर्भगृह में मोदी के कटऑउट के हाथ पर रक्षा कवच भी बांधा गया.
- बाद में कटऑउट को दिलाया गया बाबा कालभैरव का आशीर्वाद.
Source : News Nation Bureau