हैदराबाद से AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. माधवी लता पर आरोप है कि हैदराबाद के एक बूथ पर कुछ मुस्लिम महिला वोटर्स के ID मांगे. उनके चेहरे से बुर्का हटवाया और ID से मिलान की. इस पर विवाद छिड़ गया है. घटना का वीडियो सामने आने के बाद माधवी लता के खिलाफ हैदराबाद के मलकपेट पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर लिया गया है. मामला दर्ज होने के बाद भाजपा प्रत्याशी माधवी लता ने कहा कि मैं सच दिखाई तो मुझ पर FIR दर्ज की गई. इस बारे में मैं चुनाव आयोग से शिकायत करूंगी. जब महिला पुलिस मौजूद है तो बुर्का ,नकाब ,हिजाब उठाकर के क्यों नहीं किया जा रहा चेहरे का मिलन? अगर मिलन नहीं होता है, तो इसका मतलब है की जाली तरीके से हो रहा है मतदान। जब मैं आवाज उठाई तो मुझे रोकने की कोशिश की गई। मैं एक नहीं बल्कि कई शिकायत निर्वाचन आयोग के सामने रखूंगी.
माधवी लता बिना गाड़ी के लगातार मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदान केदों को बीच पैदल चल रही है, यह इलाका ओवैसी का गढ़ बताया जाता है. उनका कहना है कि उन्हें जान का खतरा है ,कुछ ही दूरी पर वह लोग ही मौजूद हैं जो उन्हें हानि पहुंचाना चाहते हैं ,लेकिन वह डरने वाली नहीं. कांग्रेस की राज्य सरकार, राज्य पुलिस खुलकर ओवैसी का साथ दे रही है. तभी मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराया गया, मुझे सच दिखाने और सच जानने से रोका जा रहा है. माधवी लता का आरोप है कि चुनाव प्रचार के दौरान जब वह लोगों से मिलने जाती हैं तो उन्हें बुरे बर्तावा का सामना करना पड़ता है.
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जिंदा लोगों को दिखाया मृतक, काटे गए लोगों के वोटर लिस्ट से नाम
माधवी लता का आरोप ,एक नहीं अनेक मतदान केदों में पोलिंग लिस्ट में परिवर्तन किया गया. हमारे पोलिंग एजेंट को जो लिस्ट सोप गई ,उसमें और मौजूदा लिस्ट में भी अंतर है। जिंदा लोगों को मरा हुआ दिखाया गया. महिला पुलिस होने के बावजूद बुर्का उठाकर नहीं देखा जा रहा है चुनाव में चल रही है बड़ी धांधली.
Source : News Nation Bureau