तीसरे चरण के लाेकसभा चुनाव में बिहार के पांच लोकसभा क्षेत्रों झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा व खगड़िया के मैदान में उतरे 35 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव में विभिन्न दलों एवं निर्दलीय सहित कुल 82 प्रत्याशी मैदान में हैं. इलेक्शन वॉच एवं एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार इनमें 30 फीसदी के खिलाफ तो गंभीर आपराधिक मामले हैं. तीसरे चरण में बाहुबलियों के बीच मुकाबला है. बता दे ंथर्ड फेज में देशभर में 16 राज्यों की 117 सीटों पर 23 अप्रैल को वोटिंग होगी.तीसरे चरण में इनमें दूसरे चरण की जिन दो लोकसभा सीटों (तमिलनाडु की वेल्लोर और त्रिपुरा की पश्चिम सीट) पर चुनाव आयोग ने मतदान टाल दिया था. उस पर भी वोट डाले जाएंगे. इस तरह से 16 राज्यों की 117 सीटों पर वोटिंग होगी. इस चरण में असम की 4, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 7, गुजरात की सभी 26, गोवा की 2, जम्मू कश्मीर की 1, कर्नाटक की 14, केरल की सभी 20, महाराष्ट्र की 14, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की 5, दादरा-नगर हवेली की 1, दमन व दीव- 1 सीट शामिल है.
झंझारपुर
बिहार की झंझारपुर लोकसभा सीट पर इस बार आरजेडी और जेडीयू के बीच कांटे का मुकाबला है. पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी का उम्मीदवार जीता था. जेडीयू से इस बार रामप्रित मंडल को आरजेडी के गुलाब यादव चुनौती दे रहे हैं. कभी आरजेडी और जेडीयू के नेता और पांच बार के सांसद देवेंद्र प्रसाद यादव समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक) से चुनाव लड़ रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक), भारतीय मित्र पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, आदर्श मिथिला पार्टी, शिवसेना, आम अधिकार मोर्चा, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) जैसे दलों के साथ 5 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं.
2014 में हुए चुनाव में बाजी बीजेपी के हाथ लगी थी. बीजेपी के उम्मीदवार बीरेंद्र कुमार चौधरी ने जीत हासिल की. बीरेंद्र कुमार चौधरी को 335481 वोट मिले. जबकि आरजेडी के मंगनी लाल मंडल को 280073 वोट मिले. तीसरे नंबर पर रहे जेडीयू के उम्मीदवार देवेंद्र प्रसाद यादव.
सुपौलः बाहुबली पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन की प्रतिष्ठा दांव पर
कांग्रेस की प्रवक्ता और बाहुबली पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन सुपौल व जेडीयू से दिलेश्वर कमैत एक बार आमने-सामने हैं. इस बार कांग्रेस और जेडीयू के बीच कांटे का मुकाबला है. बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी जनता पार्टी, जय हिंद पार्टी, बिहार लोक निर्माण दल, वंचित समाज पार्टी, जम्मू एंड कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी, लोक सेवा दल, शिवसेना, आम जनता पार्टी राष्ट्रीय, जन अधिकार पार्टी, हिंद साम्राज्य पार्टी जैसे दलों के साथ 7 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में विजयी उम्मीदवार कांग्रेस की रंजीत रंजन को 332927 व जेडीयू के दिलेश्वर कमैत को 273255 वोट मिले. तीसरे स्थान पर रहे बीजेपी के उम्मीदवार कामेश्वर चौपाल को 249693 वोट मिले.
अररिया
मुस्लिम बहुल अररिया लोकसभा सीट पर इस बार आरजेडी और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला है. आरजेडी ने इस बार भी बाहुबली तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम पर दांव लगाया है. वहीं, बीजेपी से प्रदीप कुमार सिंह फिर से चुनावी मैदान में हैं. बहुजन समाज पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, बिहार लोक निर्माण दल के साथ सात निर्दलीय हैं.
यह क्षेत्र मुस्लिम बहुल है. 45 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम और यादव मतदाता यहां हैं. मुस्लिम और यादव वोटों के समीकरण से यहां आरजेडी के तस्लीमुद्दीन ने 2014 में जीत हासिल की.
2014 के लोकसभा चुनाव में अररिया सीट पर आरजेडी ने फतह हासिल की थी जब मोहम्मद तस्लीमुद्दीन ने बीजेपी के प्रदीप कुमार सिंह को हराया था. लेकिन तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई और मार्च 2018 में यहां उपचुनाव कराए गए. जिसमें आरजेडी के उम्मीदवार और तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम विजयी रहे.
मधेपुरा
मधेपुरा लोकसभा सीट पर इस बार जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन और जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव में कांटे का मुकाबला है. कभी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे शरद यादव इस बार आरजेडी से चुनावी मैदान में हैं. बलिराजा पार्टी, असली देशी पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, राष्ट्रवादी जनता पार्टी, आम अधिकार मोर्चा, और 5 निर्दलीय भी चुनावी मैदान में हैं.
आरजेडी चीफ लालू प्रसाद का गढ़ मधेपुरा सीट हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है. बाहुबली पप्पू यादव और शरद यादव के बीच की सियासी जंग भी यहां के वोटरों के लिए हमेशा रुचि का विषय रहता है. ये जिला मंडल आयोग के अध्यक्ष रहे बी. पी. मंडल का पैतृक जिला है. जो द्वितीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी रहे जिसे मंडल आयोग के नाम से जाना जाता है और जिनकी रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी वर्ग को देश में आरक्षण मिला.
खगड़िया
खगड़िया लोकसभा सीट पर इस बार महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी व बॉलीवुड के फेमस सेट डिजाइनर मुकेश साहनी और लोक जन शक्ति पार्टी के चौधरी महबूब अली कैसर के बीच कांटे का मुकाबला है. मुकेश साहनी का निषादों में बड़ा दखल है. बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी, आदर्श मिथिला पार्टी, प्राउटिस्ट सर्व समाज, आम अधिकार मोर्चा, आम जनता पार्टी राष्ट्रीय, बहुजन मुक्ति पार्टी, जनहित किसान पार्टी, शिवसेना, गरीब जनशक्ति पार्टी के साथ 8 निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं.
पिछले कुछ वर्षों में आरजेडी भी यहां तेजी से उभरी है. 2004 के चुनाव में आरजेडी ने यहां अच्छी जीत हासिल की और इस बार भी एलजेपी को टक्कर देने की स्थिति में नजर आ रही है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से एलजेपी उम्मीदवार चौधरी महबूब अली कैसर ने जीत दर्ज की. उन्होंने आरजेडी प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव को हराया.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA