पश्चिम बंगाल के भाटपाड़ा में चुनावी संघर्ष थमने का नाम ही नहीं ले रहा है रविवार की शाम से शुरू हुई बमबाज़ी का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार की रात को लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण की वोटिंग के बाद अर्जुन सिंह के कॉनवॉय पर हमला हुआ. इस घटना में अर्जुन सिंह के PSO को काफी चोटें लगी हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और RAF के जवानों पर वहां के स्थानीय लोगों ने छतों से पत्थर भी फेंके.
लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण के चुनाव के साथ ही भाटपाड़ा विधानसभा सीट पर रविवार को उपचुनाव भी संपन्न हुआ. इस चुनाव में जहां एक तरफ टीएमसी से बीजेपी में आये अर्जुन सिंह के बेटे पवन सिंह बीजेपी के उम्मीदवार हैं तो टीएमसी की ओर से पूर्व मंत्री मदन मित्रा चुनाव लड़ रहे हैं जो चिटफंड घोटाला कांड में जेल में भी रह चुके हैं. इसके पहले लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से एक दिन पहले पश्चिम बंगाल में जमकर हिंसा भड़की थी. राज्य के 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में शनिवार देर रात अनियंत्रित भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की.
इस दौरान भीड़ ने दो गाड़ियों पर बम फेंक दिया जिसके चलते अफरा-तफरी मच गई. इस हमले में दोनों गाड़ियां जल कर खाक हो गईं. हिंसा क्यों भड़की इसका कारण अभी पता नहीं चल सका है. उपद्रवियों ने इलाके में कई जगह आगजनी और पत्थरबाजी की. मामले को बढ़ता देख मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई, लेकिन पूरे दिन हिंसा जारी रही और सुरक्षाबल इसे काबू करने का प्रयास करते रहे.
इसके पहले लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले कोलकाता में हुई हिंसा के मद्देनजर प्रचार अभियान तय समय से 20 घंटे पहले रोक दी गई थी. समूचे पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की 710 कंपनियां, त्वरित उत्तरदायित्व दलों (क्यूआर टीम) व राज्य पुलिस की तैनाती की गई है. रक्षामंत्री निर्मलासीतारमण ने भी पश्चिम बंगाल में हिंसा नहीं थमने की आशंका जताई थी.
HIGHLIGHTS
- पश्चिम बंगाल में अभी भी जारी हैं हिंसा
- भाटपार हिंसा में अर्जुन सिंह के PSO को लगी चोटें
- रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताई थी आशंका
- पश्चिम बंगाल में नहीं थम रही हिंसा
Source : News Nation Bureau