लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर 23 अप्रैल को मतदाताओं ने मुलायम सिंह यादव समेत कई दिग्गजों का राजनीतिक भाग्य EVM में लॉक कर दिया. राज्य में तीसरे चरण में प्रदेश की कुल 10 लोकसभा सीटों एटा, बदायूं, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, आंवला, बरेली और पीलीभीत के लिये मंगलवार को कुल 60.52 फीसद वोटिंग हुई. जिन सीटों पर मुलायम परिवार का कब्जा था वहां वोटिंग काफी कम हुई. बता दें मैनपुरी, बदायूं और फिरोजाबाद सीटें सपा के खाते में गयी थीं.
रामपुर: तीन बजे तक 48.50%, 5 बजे तक 56.92%, अंतिम अपडेट-60.00%
रामपुर में आजम खान की अंडरवियर पॉलिटिक्स की वजह से पूरे देश की निगाहें इस सीट पर है. जयाप्रदा को भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट दिए जाने के बाद रामपुर लोकसभा सीट पर मुकाबला कड़ा है.
फिरोजाबाद: तीन बजे तक 48.06%, 5 बजे तक 49.17%, अंतिम अपडेट-58.80%
समाजवादी पार्टी के सांसद अक्षय यादव एक बार फिर फिरोजाबाद से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जिनको चुनौती चाचा शिवपाल सिंह यादव से थी. इन दोनों के अलावा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के डॉक्टर चंद्रसेन जादौन भी मैदान में हैं और 2 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय हैं.
मैनपुरी: तीन बजे तक 44.32%, 5 बजे तक 44.32%, अंतिम अपडेट-57.80%
समाजवादी पार्टी का गढ़ मैनपुरी लोकसभा सीट पर मुलायम की प्रतिष्ठा दांव पर है . 2019 लोकसभा चुनाव के लिए मैनपुरी से 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला सपा से मुलायम सिंह यादव और बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य के बीच है.
एटा: तीन बजे तक 49.46%, 5 बजे तक 49.96%, अंतिम अपडेट-59.90%
एटा संसदीय सीट उत्तर प्रदेश पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह मैदान में हैं . इनको लेकर कुल 14 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राजवीर सिंह उर्फ राजू भईया और समाजवादी पार्टी के देवेंद्र सिंह यादव के बीच है.
बदायूं: तीन बजे तक 43.76%, 5 बजे तक 43.36%,अंतिम अपडेट-57.50%
समाजवादी पार्टी (सपा) का अजेय दुर्ग कहा जाता है. यहां से 9 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला सपा के धर्मेंद्र यादव और बीजेपी की संघमित्रा मौर्य से है. कांग्रेस ने सलीम इकबाल शेरवानी को मैदान में उतारा है. इनके अलावा 4 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
पीलीभीत: तीन बजे तक 52.06%, 5 बजे तक 52.06%, अंतिम अपडेट-64.60%
इस बार कुल 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी के वरुण गांधी, समाजवादी पार्टी के हेमराज वर्मा और जनता दल यूनाइटेड के डॉक्टर भरत के बीच है. यहां से 6 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं.
बरेली : तीन बजे तक 46%, 5 बजे तक 54.85%, अंतिम अपडेट-61.49%
वैश्य, दलित और मुस्लिम वोटरों के वर्चस्व वाली बरेली सीट पर पिछले तीन दशक से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एकछत्र राज रहा है. 1989 से लेकर 2004 तक लगातार 6 बार संतोष कुमार गंगवार ने यहां से चुनाव जीता. एक बार फिर संतोष कुमार गंगवार को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है, उनके सामने कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन और समाजवादी पार्टी के भगवत शरण गंगवार चुनाव मैदान में हैं.
इन दिग्गजों का भाग्य EVM में लॉक
तीसरे चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (मैनपुरी) के साथ-साथ आजम खान (रामपुर), उनकी प्रतिद्वंद्वी जया प्रदा, शिवपाल सिंह यादव (फिरोजाबाद), वरुण गांधी (पीलीभीत) और संतोष गंगवार (बरेली) जैसे दिग्गजों का भाग्य EVM में लॉक हो चुके हैं. तीसरे चरण में 10 सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा-बसपा-रालोद गठबंधन और भाजपा के बीच था.
सीट | 2014 में वोट% | 2019 में वोट% |
मुरादाबाद | 63.66 | 64.11 |
रामपुर | 59.27 | 60.00 |
संभल | 62.43 | 61.80 |
फिरोजाबाद | 67.49 | 58.80 |
मैनपुरी | 60.46 | 57.80 |
एटा | 58.72 | 59.90 |
बदायूं | 58.09 | 57.50 |
आंवला | 60.22 | 59.18 |
बरेली | 61.18 | 61.49 |
पीलीभीत | 62.86 | 64.60 |
Source : DRIGRAJ MADHESHIA