पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक एक ऐसा कदम था, जिसने समग्र विश्व में नए भारत की धमक को पुरजोर तरीके से स्थापित किया. हालांकि आतंकी कैंपों के सफाये के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पर यह आरोप भी लगा कि वह एयर स्ट्राइक की श्रेय खुद ले रहे हैं. खासकर लोकसभा चुनाव में वह सेना के पराक्रम पर वोट मांग रहे हैं. इस पर भी न्यूज नेशन से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर चर्चा की. उन्होंने दो टूक कहा कि इसका श्रेय मोदी को न तो मिलना चाहिए और ना ही मोदी को लेना चाहिए.
इस पर जवाब देते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा एयर स्ट्राइक का श्रेय मोदी को देने का कोई कारण नहीं है. देना भी नहीं चाहिए. हालांकि यह सेना का पराक्रम है. उसे यह श्रेय तो देना ही होगा. इसका सम्मान तो करना ही होगा. इस पर गर्व भी होना चाहिए. इस पर गर्व न कर हिंदुस्तान की सेना के पराक्रम का सम्मान नहीं करने के पीछे भी अलग सोच है. पाकिस्तान की भाषा बोलना उचित नहीं है. हमारा देश आतंक पर हमले के पराक्रम पर गर्व क्यों न करे.
उन्होंने कहा कि लेकिन समस्या यहीं है. अगर वह पराक्रम की चर्चा करेंगे तो जनता उनसे पूछेगी कि 26/11 के आतंकी हमले के बाद ऐसी एयर स्ट्राइक क्यों नहीं की? इसका जवाब उनके पास है नहीं. इसलिए इसके खिलाफ आवाज उठाओ. यह उनका सिद्धांत बन गया. हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तान के सेना के पराक्रम पर हमें गर्व होना ही चाहिए. मोदी ने कोई बम जाकर नहीं फेंका. ऐसे में मोदी को श्रेय नहीं देना चाहिए. मोदी श्रेय ले इतना मूर्ख भी नहीं. मेरा ऑब्जेक्शन सिर्फ यही है कि सेना पर गर्व क्यों नहीं करें. क्यों न उसका बखान करें.
Source : News Nation Bureau