दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंदर सिंह लवली की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. लवली ने कहा कि वो अपनी अंतरआत्मा की आवाज और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दर्द को महसूस करते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. मुझसे मिलने आए सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मैं दिल से शुक्रगुजार हूं. उन्होंने कहा कि वो अपने उसूलों और सिद्धांतों को देखते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. साथ ही उन्होंने उन अटकलों पर भी विराम लगाया जिसमें कहा जा रहा था कि वह किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि वह किसी और पार्टी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. जो भी बातें चल रही हैं वह सब भ्रामक और आधारहीन है. उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. ना कि कांग्रेस पार्टी से.
वहीं, आम आदमी पार्टी के मंत्री सौरभ भारद्वाज के इस दावे के बारे में सवाल पूछे जाने पर कि अरविंदर सिंह लवली बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने कहा कि मैं सौरभ भारद्वाज को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद देता हूं. मुझे लगता है कि वह अन्य दलों का निर्णय भी अपने मन से लेते हैं. यह उनकी सोच है. मैंने साफ कर दिया है कि मैंने दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है.
बीजेपी में शामिल हो सकते हैं लवली
बता दें कि रविवार (28 अप्रैल) को अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके इस्तीफे को मंजूर कर लिया है. दिल्ली की सियासी गलियारों में चर्चा है कि अरविंदर सिंह लवली भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. हालांकि, अरविंदर सिंह की ओर से अभी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. लोकसभा चुनाव के बीच लवली के इस्तीफे से कांग्रेस भी सकते में है. कांग्रेस नेताओं की ओर से भी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि अरविंदर सिंह जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
शीला सरकार में मंत्री रह चुके हैं लवली
गौरतलब है कि दिल्ली में अरविंदर सिंह लवली शीला दीक्षित सरकार में मंत्री भी रहे हैं. शीला सरकार में वह कई मंत्रालय भी संभाल चुके हैं. वो लंबे समय से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हैं. अजय माकन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली प्रदेश की कमान सौंपी गई थी. ऐसे में अचानक ही लवली का अध्यक्ष पद से इस्तीफा होना पार्टी के लिए भी चिंता की बात है.
Source : News Nation Bureau