पिछले 70 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि महिलाओं ने वोटिंग के मामले में पुरुषों से बाजी मार ली है. चुनाव आयोग के ताजा आंकड़े तो यही बताते हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पहले और दूसरे चरण में वोटिंग टर्नआउट के मामले में महिलाएं पुरुषों से आगे रही हैं. बता दें कि वोटर लिस्ट में जितने लोगों का नाम दर्ज है उनमें से कितनों ने वोटिंग की उसे ही वोटिंग टर्नआउट कहा जाता है. वोटिंग टर्नआउट में महिलाओं के आगे निकलने का आशय है जितनी महिलाएं और पुरुष वोटर लिस्ट में थे, उनमें से किसने अपनी संख्या के हिसाब से ज्यादा वोट किया है.
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चुनाव आयोग के शुरुआती 2 चरणों के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट आधा फीसदी अधिक है. वहीं दूसरे चरण में महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट 0.14 फीसदी ज्यादा है. पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को हुए चुनाव में उत्तराखंड में महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट पुरुषों के मुकाबले 5 फीसदी अधिक दर्ज किया गया है. दूसरे नबंर पर मेघालय रहा, जहां पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट 4.67 फीसदी अधिक रहा है.
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आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट 68.53 फीसदी रहा है. पहले चरण में पुरुषों का वोटिंग टर्नआउट 68.02 फीसदी दर्ज किया गया है. दूसरे चरण महिलाओं का टर्नआउट 69.21 फीसदी रहा है, जबकि जबकि पुरुषों का वोटिंग टर्नआउट 69.07 फीसदी देखने को मिला है.
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Source : News Nation Bureau