लखनऊ से गाजीपुर जाने वाली पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भव्य समारोह में जनता को समर्पित कर दिया है. कार्यक्रम में मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ के विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल का रास्ता है. इस एक्सप्रेस-वे में वायुसेना के विमान भी उतारे गए, जिसका नजारा पूरा देश ने देखा. यूपी चुनाव से पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्धाटन होते ही विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गया है. सपा ने कहा कि पिछली सरकार में इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास रखा गया है और ये अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजक्ट था.
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उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए भले सियासी समीकरण जाति-धर्म के ईद-गिर्द घूमती हो, लेकिन पिछले 2 दशकों से एक्सप्रेस-वे के जरिये विकास की पटकथा लिखी जा रही है. अगर इतिहास देखें तो बसपा सुप्रीमो मायावती से शुरू हुआ एक्सप्रेस-वे बनाने का सिलसिला सपा चीफ अखिलेश यादव से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक चला आ रहा है. मायावती सरकार में ताज एक्सप्रेस-वे और अखिलेश सरकार में आगरा एक्सप्रेस-वे बनाया गया था, लेकिन इस एक्सप्रेस-वे के जरिये मायावती और अखिलेश यादव सत्ता में दोबारा काबिज नहीं हो सके.
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लेकिन, अब देखना यह है कि क्या पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए सीएम योगी आदित्यनाथ सत्ता में वापसी का मिथक तोड़ पाएंगे या फिर इतिहास बरकरार रहेगा. क्या बीजेपी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के दम पर फिर सत्ता में लौटेगी या नहीं? उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्धाटन करना कहीं बीजेपी के लिए सत्ता में वापसी का रास्ता तो नहीं है. हालांकि, ये तो जनता तय करेगी कि इस बार यूपी में सीएम की कुर्सी किसे मिलेगी?