मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीट है. जिसमें इंदौर लोकसभा सीट एक है. इंदौर लोकसभा सीट पर शुरू में तो भाजपा गायब ही दिखी, लेकिन 1989 के बाद इस सीट पर भाजपा का कब्जा हो गया. वर्तमान में इस सीट से लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सांसद हैं. सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर बनने वालीं दूसरी महिला हैं. इससे पहले मीरा कुमार स्पीकर बन चुकी हैं. उन्होंने पांच से ज्यादा बार चुनाव जीतकर देश की पहली महिला बन गईं. इंदौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 8 विधानसभा सीट हैं.
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इंदौर लोकसभा का राजनीतिक इतिहास
इंदौर लोकसभा का इतिहास काफी पुराना है. यहां सबसे पहले 1951 में लोकसभा का चुनाव हुआ था. इस सीट पर शुरू में कांग्रेस का कब्जा था. लेकिन बाद में बीजेपी का गढ़ बन गया. 1951 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नंदलालसूर्य़ नारायण ने जीत दर्ज की थी. इनका कार्यकाल 1951 से 57 तक रहा. 1957 में फिर कांग्रेस ने बाजी मारी. खादीवाला कन्हैयालाल 1957 से 60 तक सांसद रहे. तीसरी लोकसभा चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के होमी एफ. दजी ने जीत दर्ज की थी. वे 1962 से 1967 तक सांसद रहे. 1962 में कम्युनिस्ट पार्टी के हाथों शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस की फिर वापसी होती है. 1967 में कांग्रेस के प्रकाश चंद्र सेठी सांसद निर्वाचित हुए. प्रकाश सेठी लगातार दो बार सांसद निर्वाचित हुए. 1971 में भी इंदौरवासी उन्हें सांसद चुना. लेकिन इस बीच देश में आपातकाल लगा दिया गया था.
1975 से 1977 तक कांग्रेस के ही प्रत्याशी राम सिंह भाई सांसद बने. 1977 में जनता पार्टी के कल्याण जैन सांसद चुने गए. प्रकाश चंद्र सेठी ने फिर से चुनाव जीते. इस बार भी लगातार दो बार सांसद बने. 1980 से 84 और 1984 से 89 तक सांसद रहे. अब भाजपा का दौर शुरू होता है. सुमित्रा महाजन 1989 से लेकर अब तक इस लोकसभा सीट से चुनाव जीत रही हैं. 1989 से यह सीट भाजपा की सुरक्षित सीटों में गिना जाता है. सुमित्रा महाजन लगातार यहां से आठ बार सांसद बनी हैं.
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इंदौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट
इंदौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 8 विधानसभा सीट हैं. देवालपुर, इंदौर एक, इंदौर दो, इंदौर तीन, इंदौर चार, इंदौर पांच, राउ और सांवेर. देपालपुर, इंदौर एक, सांवेर और राऊ विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. वहीं भाजपा ने इंदौर दो, इंदौर तीन, इंदौर चार, इंदौर पांच विधानसभा सीट पर अपना कब्जा जमाया. यहां आधा-आधा का खेल हुआ. 8 में से चार सीट पर कांग्रेस ने तो 4 सीट पर भाजपा ने अपने नाम किया.
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इंदौर लोकसभा सीट का इतिहास
जनसंख्या के मामले में इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है. इंदौर भारत एक ऐसा राज्य है जहां आईआईटी और आईआईएम दोनों संस्थान स्थित हैं. खान-पान के मामले में भी इंदौर की खास पहचान है.
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इंदौर की जनसंख्या
2011 की जनगणना के अनुसार इंदौर की जनसंख्या 34 लाख 76 हजार 6 सौ 67 है. यहां 22 लाख 2 हजार 1 सौ 5 मतदाता हैं. लोकसभा चुनाव 2014 में 21 लाख 15 हजार 3 सौ 3 लोगों ने मतदान किया था. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 10 लाख 8 हजार 8 सौ 42 हैं. वहीं 11 लाख 6 हजार 4 सौ 61 महिलाओं ने वोट किया था.
Source : News Nation Bureau