उत्तर प्रदेश में नोएडा (गौतमबुद्धनगर) की सीट पर भी लोकसभा चुनाव 2019 के वोटों की गिनती जारी है. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डा. महेश शर्मा अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा उम्मीदवार सतबीर नागर से 86238 वोटों से आगे चल रहे हैं. आपको बता दें कि गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन साल 2009 में हुआ था. पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में भी यहां से बीजेपी उम्मीदवार डा. महेश शर्मा जीते थे. रुझानों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि महेश शर्मा एक बार फिर से इतिहास दोहराने जा रहे हैं.
इससे पहले गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट जिला खुर्जा लोकसभा क्षेत्र में आता था. तब इस परिसीमन में दादरी, सिकंदराबाद, जेवर, डिबाई और खुर्जा विधानसभा क्षेत्र आते थे. गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट बनने के बाद डिबाई पूरी तरह से बुलंदशहर में चला गया. ऐसे में दादरी, सिकंदराबाद, जेवर और खुर्जा के बाद नोएडा में नई विधानसभा सीट का गठन हुआ. खुर्जा लोकसभा सीट सुरक्षित होने की वजह से वहां प्रत्याशियों को लेकर जातीय वोटरों के बीच ज्यादा मारामारी नहीं थी. गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट सामान्य कैटिगरी में आने से यहां चुनावों में जातीय समीकरण दिखने लगे और मुकाबले दिलचस्प हो गए.
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1952 में पहले आम चुनावों के दौरान कन्हैया लाल वाल्मीकि खुर्जा से सांसद बने थे आगामी 1957 और 1962 के लोकसभा चुनावों में भी वो ही जीते. साल 1967 में पहली बार इस सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के रामचरण चुनाव जीतकर संसद पहुंचे. 1971 में हरिसिंह वाल्मीकि ने यह सीट दोबारा कांग्रेस के झोली में डाल दी. साल 1975 में आपातकाल के बाद जब कांग्रेस के खिलाफ लहर थी, तब जनता पार्टी के मोहन लाल पिप्पल सांसद बने. हालांकि, 1980 में कांग्रेस लहर के बावजूद इस सीट से चौधरी चरण सिंह की पार्टी से त्रिलोक चंद चुनाव जीते. 1984 में कांग्रेस का दबदबा बरकार रहा इसके बाद 1989 में जनता दल के टिकट पर भगवान दास राठौर और 1991 में रोशन लाल जीते.
इस बार के चुनाव (Lok Sabha Election) में देखना होगा कि केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा नोएडा में एक बार फिर कमल खिलाएंगे या फिर बसपा के सतबीर नागर के हाथ लगेगी बाजी. इसका फैसला (Lok Sabha Election results 2019) 23 मई यानी गुरुवार को को पता चल जाएगा. गुरुवार को सुबह 8 बजे से मतगणना के रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. तो बने रहिए NewsState.com के साथ...
HIGHLIGHTS
- 5 विधान सभा सीटों पर बीजेपी के विधायक
- पिछले 35 सालों में कांग्रेस कभी नहीं जीती
- अटल युग में BJP के अशोक प्रधान लगातार 4 बार जीते
Source : News Nation Bureau