लोकसभा चुनाव 2019 के वोटों की गिनती जारी है उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी के उम्मीदवार वरुण गांधी आगे चल रहे हैं. वो अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा उम्मीदवार हेमराज वर्मा से खबर लिखे जाने तक 125864 वोटों से आगे चल रहे हैं. इस बार उनकी मां मेनका गांधी इस बार वरुण की सीट सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रहीं हैं. यहां पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. भारतीय जनता पार्टी के वरुण गांधी का मुकाबला सीधे तौर पर सपा-बसपा गठबंधन से उतरे हेमराज वर्मा से है. इस सीट को बीजेपी के गांधी का गढ़ भी कहा जाता है. यहां से केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं और पीलीभीत से 6 बार सांसद चुनी जा चुकी हैं. साल 2009 में वरुण इस सीट से पहली बार लोकसभा पहुंचे थे.
पीलीभीत लोकसभा सीट का इतिहास
पीलीभीत लोकसभा सीट ही शायद ऐसी सीट होगी जिस पर कभी कांग्रेस का दबदबा नहीं रहा. कांग्रेस ने पहले लोकसभा चुनाव में जरूर एक बार जीत हासिल कर ली थी लेकिन अगले चुनाव 1957, 1962, और 1967 में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली थी यहां से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने तीनों बार जीत दर्ज की थी.
1971 में फिर कांग्रेस ने यहां वापसी की.
1977 में चली सरकार विरोधी लहर में कांग्रेस की फिर करारी शिकस्त हुई.
1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर यहां से बड़ी जीत हासिल की.
संजय गांधी की मौत के बाद मेनका ने 1989 में जनता दल के टिकट पर यहां से चुनाव जीता.
दो साल बाद हुए चुनाव में ही बीजेपी ने यहां से जीत हासिल की.
1996 से 2004 तक मेनका गांधी ने लगातार चार बार यहां से चुनाव जीता
इनमें दो बार निर्दलीय और 2004 में बीजेपी के टिकट से चुनाव में जीत हासिल की थी.
2009 में मेनका गांधी ने अपने बेटे वरुण गांधी के लिए ये सीट छोड़ी और वरुण यहां से सांसद चुने गए.
लेकिन 2014 में एक बार फिर वह यहां वापस आईं और छठीं बार यहां से सांसद चुनी गईं.
इस बार के चुनाव (Lok Sabha Election) में देखना होगा कि पीलीभीत की जनता वरुण गांधी को एक बार फिर से सिर आंखों पर बिठाती है या फिर गठबंधन के हेमराज को अपना उम्मीदवार चुनती है. इसका फैसला (Lok Sabha Election results 2019) 23 मई यानी गुरुवार को को पता चल जाएगा. गुरुवार को सुबह 8 बजे से मतगणना के रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. तो बने रहिए NewsState.com के साथ...
HIGHLIGHTS
- हिन्दू और मुस्लिम दोनों वोटर्स का प्रभाव है
- पांच विधान सभा सीटों पर बीजेपी के विधायक
- कुल 16 लाख से भी ज्यादा वोटर
Source : Ravindra Pratap Singh