मिशन मंगल फिल्म मेकर जगन शक्ति की सबसे एम्बीसियस प्रोजेक्ट्स में से एक थी. साल 2019 में भारत के स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ हुई इस फिल्म ने कई प्रशंसाएं हासिल कीं और एक बड़ी बिजनेस सफलता हासिल की. जबकि पूरे देश ने इस फिल्म को देखा, जो इसरो के वैज्ञानिकों के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने भारत के पहले अंतरग्रहीय अभियान मार्स ऑर्बिटर मिशन में योगदान दिया था, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की टीम ने भी फिल्म का भरपूर आनंद लिया.
इसरो के वैज्ञानिकों ने देखी फिल्म मिशन मंगल
कुछ दिन पहले, इसरो के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ ने यूट्यूबर से बातचीत करते हुए उन्होंने एलियंस, चंद्रयान-3 की सफलता, ब्लैक होल, यूएफओ और बहुत कुछ पर चर्चा की, साथ ही उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म मिशन मंगल पर भी बात की. जब उनसे पूछा गया कि क्या इसरो की पूरी टीम ने ड्रामा फिल्म देखी है, तो भारतीय एयरोस्पेस इंजीनियर ने पॉजिटिव जवाब दिया.
चंद्रयान-3 कार्यक्रम में उन सभी को देखा होगा
संगठन में महिला कर्मचारियों के बारे में बात करते हुए, डॉ. सोमनाथ ने कहा, "आपने चंद्रयान-3 कार्यक्रम में उन सभी को देखा होगा. वे सभी वहां थीं." हालांकि, उन्होंने यह भी मज़ेदार तरीके से बताते हुए कहा कि इस मिशन का हिस्सा कई महिलाएं हैं, लेकिन वे नियंत्रण केंद्र में खाना नहीं बनाती हैं, जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है.
फिल्म ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि फिल्म एक मनोरंजक फिल्म है. इसलिए, वे इसे एक "मनोरंजक फिल्म" के रूप में देखते हैं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि टीम ने फिल्म के माध्यम से इसरो में जीवन के कुछ पहलुओं को दिखाया है. मिशन मंगल ने शानदार शुरुआत की और रिलीज़ के पांच दिनों के भीतर ही इसने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया था.