बॉलीवुड में प्रदीप कुमार, गुरुदत, पृथ्वीराज कपूर, राजकपूर, अशोक कुमार, रेखा, हेमा मालिनी, वैजयंती माला, मधुबाला, वहीदा रहमान, नरगिस, शम्मी कपूर, शशि कपूर, संजीव कुमार, दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ ख़ान और रणबीर कपूर जैसे कई कलाकार आए जिन्होंने अभिनय के ज़रिए न केवल पर्दे पर बल्कि लोगों के दिलों पर कई दशकों तक राज किया।
आज़ादी के बाद लगभग सभी दशक में कोई न कोई एक ऐसा कलाकार फिल्मी पटल पर निखर कर सामने आया जिसने अपनी आने वाली पीढ़ीयों के लिए अभिनय की दुनिया में एक नयी राह दिखाई। एक नज़र तब से लेकर अब तक के कलाकारों पर डाले तो आप पाएंगे कि अभिनय से लेकर संघर्ष तक सब कुछ बदल गया है। नहीं बदला तो वो है अभिनय को लेकर लोगों में दीवानगी।
आइए एक नज़र डालते हैं सात ऐसे उभरते कलाकारों पर जिनके अभिनय को देखकर लोगों को लगता है कि वो भी अपने पहले के कलाकारों की तरह एक नया मुकाम गढ़ने में कामयाब होंगे।
आज़ादी के 70 साल: गांधीजी का चंपारण सत्याग्रह बना भारत का पहला सविनय अवज्ञा आंदोलन
वरुण धवन
वरुण धवन में बॉलीवुड स्टार बनने के वो सारे गुण मौजूद हैं, जो किसी एक अभिनेता को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में अहम माने जाते हैं। वरुण फिल्मों में अपने किरदारों में जान फूंक देते हैं। यही वजह है कि वरुण की फिल्में रिलीज होते ही 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाती हैं। अच्छा अभिनेता होने के साथ वरुण एक अच्छे डांसर भी है। वरुण अब तक दिलवाले, डिशूम, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियां समेत कई फिल्मों में अपना दमखम दिखा चुके हैं।
वरुण धवन बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता व मशहूर डायरेक्टर डेविड धवन के बेटे हैं। 24 अप्रैल 1987 को जन्मे वरुण धवन ने 2012 में करन जौहर की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ इयर' से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया, इस फिल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। वरुण ने करन जौहर की फिल्म माइ नेम इज़ ख़ान में बतौर निर्देशक भी काम किया है।
वरुण ने नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी से बिज़नेस मैनेजमेंट से पढ़ाई की है। बचपन में वरुण को रेसलिंग करना काफी पसंद था, वे रेसलर बनना चाहते थे। वरुण गोविंदा और सलमान ख़ान फैन हैं, इंडस्ट्री में उन्हें जूनियर गोविंदा भी कहा जाता है।
आज़ादी के 70 साल: औद्योगिक विकास ऐसा कि भारतीयों ने किया विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण
सिद्धार्थ मल्होत्रा
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने बतौर मॉडल अपने करियर की शुरुआत की। मॉडलिंग से संतुष्ट नहीं होने पर सिद्धार्थ ने करन जौहर की फिल्म ‘माइ नेम इज़ खान’ में सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया लेकिन वे इससे भी संतुष्ट नहीं हुए। 2012 में सिद्धार्थ ने करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ दि इयर’ से बॉलीवुड में बतौर अभिनेता डेब्यू किया। इसके बाद सिद्धार्थ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
फिल्मों में उनका अलग अंदाज़ उन्हें सबसे अलग बनाता है और यही वजह है कि एक साधारण परिवार से होने के बावजूद सिद्धार्थ में इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है। फिल्मों से अलग सिद्धार्थ कई तरह के चैरिटी भी करते रहते हैं। सिद्धार्थ को प्रकृति से भी बेदह लगाव है, इसलिए टूरिज्म न्यूजीलैंड के पहले भारतीय एम्बैसडर भी है।
सिद्धार्थ बॉलिवुड स्टार होने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी है और यही चीज़ उन्हें अलग और बेहद ख़ास बनाती है।
आज़ादी के 70 साल: जब चिटगांव में स्कूली बच्चों ने अग्रेज़ी हुकूमत को हिला कर रख दिया
आलिया भट्ट
आलिया भट्ट जाने-माने लेखक और निर्देशक महेश भट्ट की बेटी हैं। छोटी उम्र में आलिया ने बॉलिवुड में अपना करियर की शुरुआत की। उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म संघर्ष थी, जिसमें आलिया ने बतौर बाल कलाकार काम किया।
इसके बाद आलिया ने करन जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ दि इयर’ में काम किया। लंबे समय से आलिया का परिवार फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा है। एक स्टार किड् होने के कारण आलिया पर बहुत दबाव भी रहा। लेकिन अपने हुनर के दम पर आलिया ने सबको अपना दीवाना बना लिया।
एक बेहतरीन अदाकार होने के साथ-साथ आलिया एक अच्छी डांसर और अच्छी गायिका भी है। अपने चुलबुले अंदाज़ के लिए जाने जानी वाली आलिया को फिल्म हाईवे के लिए ‘फिल्मफेर क्रिटिक्स अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा फिल्म उड़ता पंजाब, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया, टू स्टेट्स में बेहतरीन अदाकारी पेश की।
आजादी के 70 सालः एक ऐसा क्रान्तिवीर और देशभक्त जो 24 साल की उम्र में हो गया शहीद
सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत ने अपने करियर की शुरुआत बैकअप डांसर के तौर पर की। इसके बाद टीवी पर बतौर अभिनेता करियर शुरु किया। सुशांत सिंह ने ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक धारावहिक से एक्टिंग कि शुरुआत की लेकिन उन्हें पहचान मिली एकता कपूर के शो ‘पवित्र रिश्ता’ से।
शो में अपने दमदार अभिनय के कारण उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने लगे। बड़े परदे पर सुशांत की पहली फिल्म ‘काय पो छे’ थी। परिवार के खिलाफ जाकर सुशांत सिंह ने फिल्मों में अपना करियर शुरु किया और इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
2016 में आई ‘एमएस धोनी’ फिल्म में सुशांत सिंह की भूमिका को खासा पंसद किया गया। साधारण परिवार से होने के कारण सुशांत सिंह को काफी मुश्किलें भी झेलनी पड़ी। कोई भी अभिनेत्री उनके साथ काम नहीं करना चाहती थी। सुशांत पढ़ाई में काफी अव्वल थे। दिल्ली कॉलेज ऑफ एंजीनियरिंग से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की।
आजादी के 70 साल: जानें राष्ट्रगान 'जन-गण-मन' से जुड़े 10 महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य
तापसी पन्नू
1 अगस्त 1987 में जन्मी तापसी पन्नू एक मॉडल और बॉलिवुड अदाकारा है। तापसी ने तमिल, तेलगू, मलयालम और हिंदी फिल्मों में काम किया है। 2013 में तापसी ने बॉलिवुड में फिल्म ‘चश्मेबद्दूर’ से डेब्यू किया।
2008 में मॉडलिंग के दौरान तापसी को ‘पैंटालून फेमिना मिस फ्रेश फेस’ और ‘सफी फेमिना मिस ब्यूटीफुल स्किन’ का ताज जीता। फिल्मों में अपने बेहतरीन अंदाज़ और अदाकारी के लिए जानी जाती है। यही वजह है कि उन्हें बॉलिवुड की टॉप अदाकाराओं में एक माना जाता है।
आज़ादी के 70 साल: जानें 9 अगस्त 1925 के काकोरी कांड से जुड़ी दस बड़ी बातें
श्रद्धा कपूर
श्रद्धा कपूर जाने माने कॉमेडी अभिनेता शक्ति कपूर की बेटी है। श्रद्धा कपूर का जन्म 2 मार्च 1989 को मुंबई में हुआ। श्रद्धा ने फिल्म ‘तीन पत्ती’ से बॉलिवुड में डिब्यू किया। श्रद्धा की लगातार दो फिल्में फ्लाप रही जिसके बाद उन्होंने महेश भट्ट की फिल्म ‘आशिकी 2’ मिली।
फिल्म सुपर हिट रही और इस फिल्म से श्रद्धा को बहुत प्रशंसा मिली। बेहतरीन अदाकारा होने के साथ वो एक बेहतरीन गायिका और डांसर भी है। श्रद्धा कपूर बॉलिवुड की टॉप अदाकाराओं में से एक तो है ही लेकिन जानकार मानते है कि आने वाले समय में वह अपने एक्टिंग के दम पर बॉलिवुड की टॉप हिरोइन बन सकती है।
आज़ादी के 70 साल: पाथेर पंचाली से बाहुबली तक इन बॉलीवुड फिल्मों ने विदेश में मचाई धूम
राजकुमार राव
2010 में बनी फिल्म ‘लव सेक्स और धोखा’ से बॉलिवुड में डेब्यू किया। इसके बाद 2013 में उन्होंने फिल्म ‘काय पो छे’ फिल्म में दमदार किरदार निभाया जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार के लिए पुरस्कार मिला। फिल्म ‘शाहिद’ के लिए भी उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया। 31 अगस्त 1984 को राजकुमार का जन्म हुआ था।
इसके बाद उन्होंने रागिनी MMS, शैतान, गैंग्स ऑफ वासेपुर-2, तलाश, काय पो छे, डी-डे, क्वीन, सिटीलाइट, डॉली की डोली, हमारी अधूरी कहानी, अलीगढ़, ट्रैप्ड, राब्ता जैसी फिल्मों में काम किया।
राजकुमार राव अपने रोल को शिद्दत से निभाते हैं और किरदार की कसौटी पर खड़ा उतरने के लिए अपनी जी जान लगा देते हैं।
आज़ादी के 70 साल: क्या आज़ादी की लड़ाई का ब्रेक था चौरी चौरा कांड 1922?
Source : Deepak Singh Svaroci