आज देश के लिए बेहद ही खास दिन है. दरअसल, आज पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) मना रहा है, जिसके चलते आज के दिन को खुशी और उल्लास से भरने के लिए कुछ हिंदी सिनेमा के गानों का हम जिक्र करेंगे, जो अक्सर देश प्रेमी लोग सुनते हुए नजर आ जाते हैं. वैसे जिन गानों का हम जिक्र करेंगे उनको लिखने और बनाने के पीछे की कहानी सुनकर आपको हैरानी होगी. आपने बॉलीवुड के इन मशहूर गानों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, मेरे देश की धरती सोना उगले और ए मेरे वतन के लोगों को सुना होगा, जिसे सुनने के बाद आपके अंदर एक अलग तरीके का जोश और उमंग आ जाता है. तो चलिए जानते हैं इन गानों के पीछे की कहानी.
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
1964 में आई फिल्म 'हकीकत' का ये गाना 'अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों' को कोई भूल नहीं सकता है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह फिल्म और यह गाना 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाने के बाद शुरू हुआ था. दरअसल, कवि प्रदीप के लिखे और लता जी के गाए गाने 'ऐ मेरे वतन के लोगों' की लोकप्रियता के बाद ही फिल्म 'हकीकत' बनी. इस फिल्म के गाने को कैफी आजमी ने लिखा था. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत-चीन युद्ध के बाद भारत की हार की हकीकत बताने के लिए 'हकीकत' फिल्म का निर्माण किया गया था. चेतन आनंद द्वारा बनाई गई यह फिल्म पंडित जवाहर लाल नेहरू को समर्पित थी. आज भी इस गाने को खूब प्यार मिलता है.
मेरे देश की धरती सोना उगले
1964 में आई फिल्म 'उपकार' का ये गाना 'मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती..' को आज भी लोग उसी क्रेज के साथ सुनते हैं, जिस क्रेज से पहले सुना करते थे. इस गाने ने महेद्र कपूर के करियर मे भी चार चांद लगा दिए थे. इस गाने को गुलशन बावरा ने लिखा था और इसे संगीत कल्याणजी-आनंदजी ने दिया था. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म 'उपकार' को तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर उनके 'जय जवान, जय किसान' नारे पर किया था. यह गाना आज भी उत्साह के साथ बच्चें बूढ़े सभी सुनते हैं.
ए मेरे वतन के लोगों
लता दीदी के आवाज में बना यह गीत ए मेरे वतन के लोगों के पीछे लोगों की अलग सी दीवानगी है, जिस किसी ने इस गाने को सुना है वो भावुक हो गया है. इस गाने को कवि प्रदीप ने लिखा था. यह गाना वर्ष 1963 में लिखा गया था. यह लोकप्रिय गीत भारत-चीन युद्ध के बाद लिखा गया था.