आज यानी कि 13 मार्च को Oscar Awards की अनाउंसमेंट होने वाली है. इसी के साथ खत्म होगा साल भर का इंतजार. अलग-अलग देशों के फिल्म मेकर्स इस सम्मान के लिए मेहनत करते हैं और फिर इंतजार होता है उस ट्रॉफी का जिसपर सबकी नजर रहती है. इस बार हमारी जनता को RRR से बहुत उम्मीदें हैं. इस फिल्म के गाने 'नाटू-नाटू' को ओरिजनल सॉन्ग कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है और यह इसमें नंबर-वन पोजीशन बनाए हुए है.
भारतीयों की बात करें तो शौनक सेन की डॉक्युमेंट्री 'ऑल दैट ब्रीद्स' डॉक्युमेंट्री फीचर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेटेड है. गुनीत मोंगा की 'एलिफेंट विस्पर्स' शॉर्ट कैटेगरी में नॉमिनेटेड है. इस खास मौके पर एक नजर इतिहास पर दौड़ाते हैं और देखते हैं कि कौनसे भारतीय अब तक ऑस्कर अवॉर्ड जीत चुके हैं.
भानू अथैया (Bhanu Athaiya)
भानू हिंदी सिनेमा के शुरुआती दौर के कॉस्ट्यूम डिजाइनर थे. उन्होंने फिल्म गांधी के जॉन मोलो के साथ मिलकर कॉस्ट्यूम डिजाइन किए थे. इसके लिए उन्हें साल 1983 में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था.
सत्यजीत रे (Satyajit Ray)
सत्यजीत रे को 1991 में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. यह सम्मान पाने वाले वह दूसरे भारतीय थे. उन्हें ऑनररी लाइफटाइम अचीवमेंट का ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था. सत्यजीत रे के लिए यह अवॉर्ड कोलकाता भिजवाया गा था क्योंकि वह इसे लेने के लिए ऑस्कर सेरेमनी का हिस्सा नहीं बन पाए थे.
रेसुल पोकुट्टी (Resul Pookutty)
रेसुल को साल 2008 में आई फिल्म 'स्लम डॉग मिलियनेयर' में साउंड मिक्सिंग के लिए यह अवॉर्ड मिला था. इस फिल्म ने तीन ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम किए थे.
ए आर रहमान (A R Rahman)
रहमान को फिल्म 'स्लम डॉग मिलियनेयर' के शानदार म्यूजिक और गाने के लिए बेस्ट म्यूजिक कैटगरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था.
गुलजार (Gulzar)
गुलजार को फिल्म 'स्लम डॉग मिलियनेयर' के गाने 'जय हो' के लिए ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. गुलजार साहर इस सेरेमनी में नहीं पहुंच पाए थे. यह अवॉर्ड उनकी टीम ने रिसीव किया था.