साउथ के साथ - साथ बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर आर माधवन (R madhavan) इन दिनों आने वाली फिल्म के 'रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट' को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. वो फिल्म के प्रमोशन में दिन रात मेहनत कर रहे हैं. जो 1 जुलाई को रिलीज होगी. हाल ही में प्रमोशन के दौरान उन्होंने साउथ और हिंदी फिल्मों की सफलता और असफलता पर बात की है. उन्होंने फिल्म 'आरआरआर' से लेकर फिल्म 'भूल भुलैया 2' पर चर्चा की है. दरअसल, एक्टर का रिएक्शन तब सामने आया जब लोग लगातार बॉलीवुड और साउथ में कंपेयर कर रहे हैं. जबकि ऐसा नहीं कि हिंदी फिल्मों ने पर्दे पर अपना दम ना दिखाया हो. उन्होंने भी पर्दे पर अच्छा कलेक्शन किया है.
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आर माधवन (R madhavan) का कहना है कि 'यह सच है कि 'बाहुबली' 1 और 2, 'आरआरआर', 'केजीएफ' 1 और 2 और 'पुष्पा' पैन इंडिया फिल्में हैं, जो हिंदी फिल्मों से अधिक कमाई करने में कामयाब रही हैं. उनके ज्यादा कमाई करने के कारण हो सकते हैं. शायद इन फिल्मों की पूरे देश में फैन फॉलोइंग ज्यादा थी या शायद सभी फिल्मों को बड़े पैमाने पर बनाया गया था.
वो (R madhavan)आगे कहते हैं कि, 'इन फिल्मों की सफलता का मतलब यह नहीं है कि हिंदी फिल्में सफल नहीं हुई हैं। 'गंगूबाई काठियावाड़ी', 'द कश्मीर फाइल्स' और 'भूल भुलैया 2' सभी ने बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया प्रदर्शन किया है। ऐसा भी नहीं है कि ये फिल्में छोटी हिट थीं, सभी बड़ी हिट साबित हुई हैं. मुझे लगता है कि कोरोना के बाद से दर्शकों में भी बदलाव आया है और अब उनका धैर्य खत्म हो गया है. हमें कहानी की गति को तेज करने की जरूरत है. शायद जो हिंदी फिल्में सफल नहीं हुईं, वो दर्शकों को यह विश्वास दिलाने में असफल रही हों.'