अभिनेत्री कंगना रनौत शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ बढ़ते तनाव के बीच सोमवार को अपने होमटाउन मनाली लौट गईं. सियासी घमासान के बीच मुंबई में 5 दिन बिताने के बाद कंगना रनोट सोमवार को बहन रंगोली के साथ मनाली पहुंचीं. यहां आते ही अभिनेत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे पर हमला बोला. कंगना ने कहा कि आदित्य के साथ घूमने वाले मूवी माफिया सुशांत के हत्यारों और ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश करने पर महाराष्ट्र के सीएम को उनसे परेशानी है.
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अभिनेत्री कंगना रनौत ने मनाली पहुंचने के बाद ट्वीट कर कहा, 'महाराष्ट्र के सीएम की मूल समस्या यह है कि मैंने फिल्म माफिया, सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों और उसके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया, जो उसके प्यारे बेटे आदित्य ठाकरे के साथ हैं, यह मेरा बड़ा अपराध है, इसलिए अब वे मुझे सबक सिखाना चाहते हैं.' अभिनेत्री ने उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा, 'ठीक है आइए देखते हैं कौन किसको सबक सिखाता है.'
इससे पहले कंगना रनौत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी जमकर निशाना साधा. अभिनेत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दिल्ली के दिल को चीर के वहां इस साल खून बहा है, सोनिया सेना ने मुंबई में आज़ाद कश्मीर के नारे लगवाए, आज आज़ादी की क़ीमत सिर्फ़ आवाज़ है, मुझे अपनी आवाज़ दो, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब आज़ादी की क़ीमत सिर्फ़ और सिर्फ़ ख़ून होगी.'
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कंगना ने सोमवार को मुंबई से अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश रवाना होते हुए कहा कि उन्हें लगातार हमलों तथा अपशब्दों से डराया जा रहा है और उनका मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करना 'बिल्कुल सही' था. सत्तारूढ़ शिवसेना पर निशाना साधते हुए 33 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि रक्षा करने वाले ही विनाशक बन गए हैं और अब लोकतंत्र को खत्म करने की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'लेकिन उनकी यह समझ गलत है कि, मैं कमजोर हूं. एक महिला को डरा-धमका कर, वे अपनी छवि खराब कर रहे हैं.'
उल्लेखनीय है कि अभिनेत्री की टिप्पणी के बाद उनका महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के साथ विवाद शुरू हुआ था. वह पिछले सप्ताह हिमाचल प्रदेश के मनाली स्थित अपने घर से कुछ वक्त के लिए मुंबई आयी थीं. उसी दिन शिवसेना नीत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके दफ्तर में हुए कथित अवैध निर्माण को गिराया था. इसके बाद उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसने तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक लगाई थी.
Source : News Nation Bureau