सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा को लेकर लोग बहस कर रहे हैं और अपनी-अपनी राय रख रहे हैं. बहस इस बात पर होती है कि हिंदी भाषा राष्ट्रीय भाषा है या नहीं, कुछ इसे राष्ट्रीय कहते हैं तो कुछ इस पर अपनी अलग राय रखते हैं. हाल ही में फिल्म केजीएफ 2 की सफलता के बाद किच्चा सुदीप (Kiccha Sudeep) ने कहा था, 'हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है. बॉलीवुड पैन इंडिया फिल्में बनाने में स्ट्रगल कर रहा है. जबकी साउथ की फिल्में पहले से ही सफल रही हैं'. किच्चा सुदीप के इस बयान पर अब अजय देवगन (Ajay Devgn) ने करारा जवाब देते हुए रिएक्शन दिया है.
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.@KicchaSudeep मेरे भाई,
— Ajay Devgn (@ajaydevgn) April 27, 2022
आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यूँ रिलीज़ करते हैं?
हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी।
जन गण मन ।
अजय देवगन ने अपने ट्वीट में किच्चा सुदीप को टैग करते हुए लिखा, 'मेरे भाई, आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यूं रिलीज़ करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी. जन गण मन.' अजय देवगन के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स अपना-अपना रिएक्शन दे रहे हैं. वहीं इस ट्वीट पर अब किच्चा सुदीप (Kiccha Sudeep) ने भी प्रतिक्रिया दी है.
Hello @ajaydevgn sir.. the context to why i said tat line is entirely different to the way I guess it has reached you. Probably wil emphasis on why the statement was made when I see you in person. It wasn't to hurt,Provoke or to start any debate. Why would I sir 😁 https://t.co/w1jIugFid6
— Kichcha Sudeepa (@KicchaSudeep) April 27, 2022
And sir @ajaydevgn ,,
— Kichcha Sudeepa (@KicchaSudeep) April 27, 2022
I did understand the txt you sent in hindi. Tats only coz we all have respected,loved and learnt hindi.
No offense sir,,,but was wondering what'd the situation be if my response was typed in kannada.!!
Don't we too belong to India sir.
🥂
किच्चा सुदीप (Kiccha Sudeep) ने लिखा, 'सर मैंने ऐसा क्यों कहा इसका मतलब जो आप समझ रहे हैं उससे थोड़ा अलग है. इस बात पर जोर दिया जाएगा कि जब मैं इस बारे में पर्सनली बात उठा रहा हूं. यह चोट पहुंचाने, उकसाने या कोई बहस शुरू करने के लिए नहीं था. आपने हिंदी में जो लिखा है मैं उसे भली भांत समझ गया हूं. मैं हिंदी भाषा का सम्मान करता हूं. हम सभी करते हैं. हमें इस भाषा से भी प्यार है. इसमें कोई अपराध नहीं है, लेकिन सोच रहा था कि अगर मेरी प्रतिक्रिया कन्नड़ में टाइप की गई तो क्या स्थिति होगी. इसके बाद वे एक सवाल पछते हैं की क्या हम भी भारत के नहीं हैं सर.'