फेमस पाकिस्तानी अभिनेता व सिंगर अली जफर (Ali Zafar) ने साइबर अपराध कानून के तहत सिंगर मीशा शफी के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. जिसमें अब न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मीशा शफी (Meesha Shafi) को तलब किया है, दो के गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं और चार संदिग्धों को व्यक्तिगत पेशी से छूट देने से इनकार किया है. मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने हुई सुनवाई में सभी संदिग्ध उपस्थित नहीं हुए थे. जिसमें एक्टर इफ्फत उमर, फैजान रजा, हसीमुर जमां, फरिहा अयूब और लीना गनी पेशी से छूट की मांग करते हुए याचिका दायर की थी.
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इसमें कहा गया था कि उनके लिए हर सुनवाई पर अदालत के सामने पेश होना मुश्किल था. हालांकि, बुधवार को जारी अपने लिखित आदेश में मजिस्ट्रेट यूसुफ अब्दुल रहमान ने संदिग्धों द्वारा लिए गए आधार को खारिज कर दिया और स्थायी छूट के लिए उनके आवेदनों को खारिज कर दिया. इसके अलावा मजिस्ट्रेट ने उमर को 6 अक्टूबर के लिए जमानती गिरफ्तारी वारंट और अली गुल पीर के गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए. मजिस्ट्रेट ने सुनवाई की अगली तारीख के लिए मीशा शफी (Meesha Shafi) और महम जावेद को समन के जरिए तलब किया.
बता दें कि इन सभी पर आरोप है कि सोशल मीडिया पर गंभीर/प्रत्यक्ष आरोप और मानहानिकारक/अपमानजनक सामग्री पोस्ट की है. वहीं इससे कुछ साल पहले हैशटैग मीटू अभियान (#MeToo) के दौरान फेमस सिंगर मीशा शफी (Meesha Shafi) ने अभिनेता व गायक अली जफर (Ali Zafar) पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. जिसके बाद ये मामला कोर्ट पहुंचा और अली के खिलाफ लगे सभी आरोप खारिज हो गए, जिसके बाद अली जफर (Ali Zafar) ने मीशा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया था, जिसमें मीशा शफी (Meesha Shafi) को तीन साल की सजा सुनाई गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अली जफर (Ali Zafar) ने बताया था कि जब मीशा के लगाए गए आरोप खारिज हो गए तो मीशा ने उन्हें मैसेज किए और उनसे माफी मांगी. 18 मई 1980 को पाकिस्तान के लाहौर में जन्में अली जफर अभिनेता ही नहीं बल्कि सॉन्ग राइटर, मॉडल, प्रोड्यूसर और एक अच्छे स्क्रीन राइटर भी हैं.
HIGHLIGHTS
- अली जफर ने साइबर अपराध कानून के तहत दर्ज करवाया मामला
- एक्टर इफत उमर के खिलाफ वारंट जारी