अयान मुखर्जी की सुपरनैचुरल फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' में रणबीर कपूर के साथ नजर आने वाली एक्ट्रेस आलिया भट्ट ने हाल ही में 'नेपोटिज्म' और बॉलीवुड में उसकी मौजूदगी पर बड़ा बयान दिया है।
आलिया भट्ट ने अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिये अपने इंटरव्यू में कहा कि वह समझती है कि क्यों इस शब्द पर इतना हो हल्ला मचा हुआ है।
उन्होंने कहा, 'देर से, मुझे एहसास हुआ है कि इंडस्ट्री में 'नेपोटिज्म' पर मौजूद करता है इसलिए इसका बचाव करने की आवश्यकता नहीं है। इसके भावनात्मक बहस बनने का कारण यह है कि क्योंकि जिन लोगों को मौका नहीं मिलता है, उनके लिए यह मुश्किल है। अगर मैं दूसरी तरफ होती , तो मैं भी दुखी होती। मैं भी वही महसूस करती थी। हां, यह हर जगह मौजूद है, लेकिन यह एकमात्र इंडस्ट्री है जहां इसका कोई फिक्सड फंडा नहीं है। आपको सही समय पर सही जगह पर होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आप पढ़ते हैं, अपनी परीक्षा देते हैं और नौकरी प्राप्त करते हैं। फिल्म व्यवसाय में, आप जो भी चाहें कर सकते हैं, लेकिन एक्स-फैक्टर होना चाहिए जिसके बारे में लोग बात करे।'
आलिया ने आगे कहा, 'इंडस्ट्री में बहुत सारे लोग हैं जिनका कोई गॉडफादर नहीं है बावजूद इसके उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। यहां हर कोई अपने टैलेंट की वजह से टिकता है नाकि लुक्स की वजह से। वे कहती हैं कि मैं लकी रही कि मुझे स्टूडेंट ऑफ द ईयर से ब्रेक मिला, लेकिन आप एक ही बार लकी हो सकते हैं। इसके बाद तो भगवान ही बचाए।'
फिल्म इंडस्ट्री में 'नेपोटिज्म' पर लंबे समय से बहस चली आ रही है। इस बहस की शुरूआत कऱण जौहर के शो में आई कंगना रनौत ने की थी। जिसके बाद आईफा अवॉर्ड्स में सैफ अली खान, करण जौहर और वरुण धवन ने मजाक कर विवाद खड़ा कर दिया था।
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Source : News Nation Bureau