बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) और तेजी बच्चन के पुत्र हैं. उनके माता-पिता ने 1942 में अंतरजातीय विवाह किया था, और जब सभी ने इस विवाह का विरोध किया तो कवि और राजनीतिक कार्यकर्ता सरोजिनी नायडू ने दिवंगत कवि का समर्थन किया. बिग बी ने शेयर किया, “मुझे यह कहने में थोड़ी झिझक हो रही है, लेकिन वह मेरे बाबूजी (पिता) की भी बहुत बड़ी फैन थीं. मेरे बाबूजी ने अंतरजातीय विवाह किया था. मेरी मां तेजी जी एक सिख परिवार से थीं. उस समय, हम इलाहाबाद में रहते थे, और उस क्षेत्र में एक अलग जाति में शादी करना पाप माना जाता था, ”.
अमिताभ बच्चन ने आगे बताया, कि नायडू (Sarojini Naidu) उनके पिता को 'सांत्वना' देने वाले पहली व्यक्ति थी और उन्होंने उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से भी मिलवाया था. “उन्होंने उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से भी मिलवाया, जो इलाहाबाद के आनंद भवन में रहते थे. मुझे आज भी याद है कि उन्होंने किस तरह मेरे पिता का परिचय कराया था. उन्होंने कहा, 'कवि और उनकी कविता से मिलें' . ''
कैसा पड़ा बच्चन सरनेम?
केबीसी 13 के दौरान शोले स्टार ने अपने सरनेम 'बच्चन' (Amitabh Bachchan) के पीछे की कहानी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “मेरे पिता ने जानबूझकर हमें बच्चन नाम दिया था, क्योंकि उपनाम जाति को दर्शाता है. जब मैं स्कूल में दाखिला लेने वाला था तो मुझसे मेरे उपनाम के बारे में पूछा गया. पिता और मां ने उसी समय फैसला कर लिया कि वे किसी जाति का उपनाम नहीं देंगे, बल्कि मेरे पिता का नाम, उनके कवि का नाम, वह नाम रखेंगे जो वह कविताएं लिखते थे. यह मेरी जाति का संकेत छिपाने के लिए था. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के वर्कफ्रंट की अगर बात करें तो कौन बनेगा करोड़पति के अलावा, अमिताभ बच्चन के पास विकास बहल की एक्शन थ्रिलर गणपथ है, जिसमें टाइगर श्रॉफ मुख्य भूमिका में हैं, और नाग अश्विन की फिल्म कल्कि 2898 एडी पाइपलाइन में है
Source : News Nation Bureau