अभिनेता अमिताभ बच्चन को भारत को विकासशील देशों की श्रेणी (थर्ड वर्ल्ड कंट्री) में रखे जाने से तकलीफ महसूस होती है। उन्हें उम्मीद है कि भारत भविष्य में ज्यादा दिन तक विकासशील देश की श्रेणी में नहीं रहेगा बल्कि एक विकसित राष्ट्र के रूप में जाना जाएगा।
अमिताभ ने शनिवार रात अपने ब्लॉग पर लिखा, 'दुनिया ने एक और ब्रह्मांड का निर्माण किया..जैसे कल भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक आकाशगंगा की खोज की, जो उन्हें लगता है कि हमारे सूर्य से अरबों गुना बड़े आकार की है। यह अविश्वसनीय है और इसलिए इसे इसके अनुकूल नाम सरस्वती, ज्ञान की देवी, दिया गया है। इससे पहले अब तक किसी ने इसकी खोज नहीं की थी।'
उन्होंने कहा, "भारत..विकासशील देश..तीसरी दुनिया का देश? इस तरह से बुलाना तकलीफदेह है। विश्वास और प्रार्थना है कि आगे आने वाले समय में हम विकासशील नहीं बल्कि विकसित हो जाएंगे और हम दुनिया में तीसरे से पहले पर आ जाएंगे।"
अमिताभ वर्तमान में 'ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान' और '102 नॉट आउट' की शूटिंग में व्यस्त हैं। '102 नॉट आउट' में अमिताभ और ऋषि दो दशक बाद साथ काम कर रहे हैं। इससे पहले दोनों ने 'अमर अकबर एंथोनी', 'नसीब' और 'कभी कभी' जैसी फिल्मों में एक साथ काम किया था। दोनों आखिरी बार साल 1991 में फिल्म 'अजूबा' में नजर आए थे।
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सुपरक्लस्टर 'सरस्वती' की खोज
अभिनेता ने उन भारतीय वैज्ञानिकों की प्रशंसा की है, जिन्होंने अब तक अनजान आकाशगंगा के एक बहुत बड़े समूह (सुपरक्लस्टर) की पहचान की है और जिसका नाम 'सरस्वती' रखा गया है। पुणे स्थित 'इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनामी एंड एस्ट्रोफिजिक्स' ने गुरुवार को यह जानकारी दी। संगठन ने कहा कि यह सबसे बड़े ज्ञात ढांचों में से एक है जो पृथ्वी से 400 लाख प्रकाश वर्ष दूर है। यह समूह करीब 10 अरब वर्ष से अधिक पुराना है।
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Source : News Nation Bureau