पिछले एक साल से ज्यादा समय से कोरोनावायरस (Coronavirus) से पूरी दुनिया परेशान है. इस महामारी ने भारत में भी काफी कहर मचाया है. इस खतरनाक वायरस (COVID-19) की चपेट में बॉलीवुड के तमाम सितारे भी आ गए थे, जिनमें बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) भी शामिल हैं. अमिताभ बच्चन ने अब कोरोना वायरस पर एक कविता लिखकर लोगों को जागरुक करने का काम किया. अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री में उन चुनिंदा लोगों में से हैं जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. उनकी फैन फॉलोइंग भी तगड़ी है. इसलिए उन्होंने अपने सभी फैन्स से कोरोना को लेकर सतर्क रहने की अपील की है.
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अब अमिताभ बच्चन ने कोरोना पर एक कविता शेयर की है. उन्होंने अपनी कविता में कहा कि सुनो सुनो ए दुनियावालों, ये वायरस घर ढूंढ़ रहा है. और उसका घर है इंसान के फेफड़े. लंग्स. खबरदार. दरवाजें और खिड़कियां सब बंद कर दो. घर में घुसने ना दो उसे. मास्क पहनों और दूरी बना कर रखो दूसरों से. भीड़ से, पार्टी से. और हां, हाथ-वाथ धोते रहना बराबर. ओके.
अमिताभ बच्चन ने एक जुलाई को यानी अंतर्राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर डॉक्टर्स को उनके काम के लिए उनका आभार व्यक्त किया था. अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'अंतर्राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर भारत के डॉक्टरों के लिए सलाम और बहुत गर्व है. आईएमए, जिन्होंने इस खतरनाक वायरस के खिलाफ निस्वार्थ रूप से व्यक्तिगत जोखिम पर देश और मानवता की सेवा में लड़ाई जारी रखी है.' कोरोना काल में अमिताभ अक्सर डॉक्टरों की तारीफ करते रहे हैं.
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वे कोरोना वॉरियर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स की हौंसलाफजाई करने में भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे. हाल ही में बिग बी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है और इसी के साथ उन्होंने अपने पिता हरिवंशराय बच्चन की एक कविता भी पढ़ी थी. जोशीले अंदाज में अमिताभ इस कठिन परिस्थितियों में लोगों से एक होने की अपील की थी.
वीडियो में उन्होंने कहा कि 'रुके ना तू, धनुष उठा प्रहार कर, तू सबसे पहला वार कर, अग्नि सी धधक-धधक, हिरण सी सजग-सजग, सिंग सी धहाड़ कर, शंख सी पुकार कर, रुके ना तू थके ना तू, झुके ना तू थमे ना तू, सदा चले थके ना तू, रुके ना तू झुके ना तू. ये शब्द मेरे पिता हरिवंश राय बच्चन ने लिखे थे और लोगों का मनोबल बढ़ाया था. ये कविता उन्होंने उस समय लिखी थी जब देश कई सारी चुनौतियों का सामना कर रहा था.'
HIGHLIGHTS
- अमिताभ बच्चन ने कोरोना पर कविता लिखकर जागरुक किया
- कोरोनाकाल में अमिताभ लगातार लोगों को जागरुक कर रहे हैं
- अमिताभ बच्चन भी कोरोना की चपेट में आ गए थे