एक्टर अनुपम खेर आज 65वां बर्थडे मना रहे हैं. उनका जन्म 7 मार्च 1955 को शिमला में हुआ था. 1984 में 'सारांश' के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले अनुपम खेर अब तक 500 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं. उनका अपना एक्टिंग इंस्टिट्यूट 'एक्टर प्रीपेयर' भी है जहां एक्टर्स तैयार किये जाते हैं.
अपने सिनेमाई सफर में अनुपम खेर ने 'कर्मा', 'डैडी', 'लम्हे', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'कुछ कुछ होता है', 'मैंने गांधी को नहीं मारा', 'ए वेडनेसडे' और 'बेबी' जैसी हिंदी फिल्मों के अलावा 'बेंड इट लाइक बेकहम', 'ब्राइड एंड प्रीजूडिस', 'स्पीडी सिंह्स', 'द मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेस', 'लस्ट, कॉशन' और अकादमी पुरस्कार विजेता 'सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक' जैसी अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में अभिनय कर दिलों पर छाप छोड़ी.
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कला के क्षेत्र में योगदान के लिए अनुपम खेर को 2016 में पद्मभूषण और 2004 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. एनएसडी से कोर्स करने वाले अभिनेता अनुपम खेर ने साल 1982 में फिल्म 'आगमन' से बॉलीवुड में डेब्यू किया लेकिन 1984 में आई फिल्म 'सारांश' ने उन्हें असली पहचान दिलाई.
मंजिल पर पहुंचना आसान नहीं था उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत और काफी स्ट्रगल किया. अभिनेता अनुपम खेर की गिनती इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर्स में की जाती है. उन्होंने करीब 500 फिल्मों में काम किया है. अनुपम खेर ने अपने दम पर बॉलीवुड जगत में पहचान बनाई है इसके साथ ही वह राजनीतिक जगत में काफी सक्रिय है.
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अनुपम खेर न सिर्फ हिंदी फिल्मों में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुके है. अनुपम खेर ने साल 2002 में गोल्डन ग्लोब के लिए नामांकित 'बेंड इट लाइक बेकहम', 'लस्ट, कॉशन' और 'सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक' जैसी इंटरनेशनल फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं. अपने अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले अनुपम खेर पहले एक्टर हैं जिन्होंने कॉमेडी रोल के लिए 5 बार फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया.
Source : News Nation Bureau